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किसानों का प्रदर्शन: दिल्ली का लाल किला पर्यटकों के लिए अस्थायी रूप से बंद

किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों की तैनाती के बीच भारतीय...
किसानों का प्रदर्शन: दिल्ली का लाल किला पर्यटकों के लिए अस्थायी रूप से बंद

किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों की तैनाती के बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि ऐतिहासिक लाल किला परिसर को सुरक्षा कारणों से पर्यटकों के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पुरानी दिल्ली में स्थित मुगल काल के इस विश्व धरोहर स्थल को ‘‘सुरक्षा कारणों’’ से सोमवार देर रात को ‘‘अचानक सील’’ कर दिया गया।

गत देर रात से ही वहां भारी संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात हैं। एएसआई अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया, ‘‘लाल किला परिसर को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है।’’ यह पूछे जाने पर कि 17वीं सदी का यह स्मारक कब खुलेगा, इस पर वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘इसका निर्णय सुरक्षा एजेंसियां लेंगी।’’

किसान नेताओं और केंद्र के बीच बातचीत के बेनतीजा रहने के बाद मंगलवार को किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर बहुस्तरीय अवरोधक, कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटेनर की दीवारें लगाकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा द्वारा किसान विरोध प्रदर्शन 2024 का आह्वान किया गया है, जिसमें 200 से अधिक किसान संघ मंगलवार को दिल्ली की ओर मार्च करेंगे। एमएसपी की कानूनी गारंटी, स्वामीनाथन फॉर्मूला लागू करने आदि की मांग को लेकर दिसंबर 2023 में दिल्ली चलो मार्च की घोषणा की गई थी।

यह विरोध किसानों के विरोध की याद दिलाता है जो दिल्ली की सीमाओं पर एक साल तक जारी रहा, जिससे सरकार को तीन कृषि फार्म वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। कानूनों से किसान यूनियनों में बहुत कुछ बदल गया है। संयुक्त किसान मोर्चा और भारतीय किसान यूनियन, जिन्होंने 2020 के विरोध का नेतृत्व किया था, अब सबसे आगे नहीं हैं।

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