उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना से छत्तीसगढ़ की राजनीति भी गरम है। दरअसल, प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उत्तर प्रदेश जाकर जहां पीड़ित परिवारों से मुलाकात की वहीं उनके परिजनों के लिए 50-50 लाख रुपये की सहायता राशि की भी घोषणा कर दी। मुख्यमंत्री के इस फैसले और दौरे को लेकर प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल भाजपा उन पर हमलावर है। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने बघेल पर जमकर निशाना साधा है।
डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट किया, "भूपेश बघेल जी द्वारा लखीमपुर के मृतक किसानों के परिजन को 50-50 लाख देने की घोषणा अच्छी बात है, लेकिन क्या यह राजनीति नहीं है। ढाई साल में छत्तीसगढ़ में 500 से अधिक किसानों ने आत्महत्या की, लेकिन उनके परिजन को कोई मुआवजा नहीं मिला। प्रदेश के एक किसान परिवार का दर्द सुनिए।"
उन्होंने एक और ट्वीट किया कि भूपेश बघेल जी आपको छत्तीसगढ़ के किसानों से इतनी नफरत क्यों है? आपकी तथाकथित कर्जमाफी के बाद भी 500 से अधिक किसानों ने आत्महत्या कर ली, लेकिन किसी को कुछ नहीं दिया, क्यों? मेरी मांग है, प्रदेश के जिन किसानों ने आत्महत्या की है, उनके परिजन को भी 50-50 लाख का मुआवजा दिया जाये।
उन्होंने ट्वीट कर सवाल उठाया कि बस्तर के सिलगेर में पुलिस की गोलियों में मारे गये 4 आदिवासियों को भूपेश बघेल सरकार ने कितना मुआवजा दिया है? जिस प्रदेश में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पंडो जाति के 23 लोग कुपोषण से मर गये हों। क्या वहां के मुख्यमंत्री को अपने प्रदेश की चिंता नहीं करनी चाहिए?
बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए 8 लोगों के परिजनों को पंजाब और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 50-50 लाख की मदद करने की घोषणा की गई है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इसका ऐलान किया है।