गोवा के मुख्यमंत्री विजय तेंदुलकर ने दावा किया है कि पिछले एक पखवाड़े के दौरान कांग्रेस के 10 विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी में आने की इच्छा जताई। लेकिन भाजपा ने उन्हें शामिल करने से इन्कार कर दिया क्योंकि राज्य विधानसभा में उसके पास पहले से ही बहुमत है।
सहयोगियों की मदद से कार्यकाल पूरा करेंगे
तेंदुलकर ने यहां संवाददाताओं को बताया कि कांग्रेस के दस विधायकों ने हमारी पार्टी में आने की इच्छा जताई थी लेकिन हमने सख्ती के साथ उन्हें भाजपा में शामिल करने से अस्वीकार र दिया। हम अपने सहयोगी दलों के साथ कार्यकाल पूरा कर लेंगे। हमारे पास विधानसभा में पर्याप्त विधायकों का समर्थन है।
करोड़ रुपये देने का आरोप लगाया था कांग्रेस ने
दूसरी ओर, गोवा कांग्रेस के प्रमुख गिरीश चाडोंकर ने भाजपा नेता के इस दावे पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। तेंदुलकर का यह बयान चाडोंकर के उस आरोप के बाद आया कि भाजपा कांग्रेसी विधायकों को लुभाने के लिए करोड़ों रुपये का ऑफर दे रही है। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी कांग्रेस के ऑफर की बराबरी नहीं कर पा रही है। इसलिए अपने विधायकों को एकजुट रखना बहुत कठिन हो रहा है।
भाजपा ने पैसा देने के आरोप खारिज किए
इन आरोपों को खारिज करते हुए तेंदुलकर ने कहा कि उनकी पार्टी किसी को पैसा ऑफर नहीं कर रही है। पहले भी दो कांग्रेसी विधायक सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोप्ते भाजपा में आए थे, तब उन्हें भी पार्टी ने कोई पैसा नहीं दिया था। लेकिन कई विधायक भाजपा में शामिल होना चाहते हैं क्योंकि वे पार्टी की विचारधारा से प्रभावित हैं। यह चाडोंकर की जिम्मेदारी है कि वह पार्टी छोड़ने की योजना बना रहे विधायकों को रोकें।
भाजपा सरकार को 23 विधायकों का समर्थन
तेंदुलकर ने कहा कि भाजपा किसी भी पार्टी को तोड़ने में इच्छुक नहीं है। हम 23 विधायकों के समर्थन से सरकार चला रहे हैं। 40 सदस्यों वाली गोवा विधानसभा में भाजपा के 17 विधायक हैं। इसके अलावा कांग्रेस के 15, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीन, एनसीपी, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और निर्दलीय एक-एक विधायक है।