राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के नए राज्यपालों के नामों को मंजूरी दी। अनुसुइया उइके को छ्त्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वहीं, विश्व भूषण हरिचंदन को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है। उइके भाजपा की ओर से राज्यसभा सांसद रह चुकी हैं जबकि हरिचंदन ओडिशा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं।
इन राज्यों के बदले गए राज्यपाल
इससे पहले सोमवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद कलराज मिश्र को हिमाचल का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया था। कलराज मिश्र ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में लड़ने से इनकार कर दिया था। वहीं, हिमाचल के मौजूदा राज्यपाल आचार्य देवव्रत को गुजरात का नया राज्यपाल बनाया गया। इससे पहले पूर्व राज्यसभा सांसद ओपी कोहली यहां के राज्यपाल थे।
राज्यसभा सांसद रह चुके हैं मिश्र
लोकसभा चुनाव के दौरान कलराज मिश्र ने कहा था- इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा। पार्टी ने कई दूसरी जिम्मेदारियां दी हैं। उसी में समय लगाऊंगा। कलराज मिश्र 1978, 2001 और 2006 में राज्यसभा से सांसद रह चुके हैं। 2012 में वे लखनऊ विधानसभा सीट से विधायक भी चुने गए थे। 2014 में देवरिया से सांसद चुने गए।
राज्यपाल का पद
भारत के संघीय ढांचे में राज्यपाल का पद संवैधानिक होता है। संविधान के भाग 6 में राज्य की शासन व्यवस्था का प्रावधान है जो जम्मू-कश्मीर को छोड़ सभी राज्यों के लिए लागू होता है। राष्ट्रपति केंद्र सरकार की सलाह पर राज्यों में राज्यपाल, जबकि केंद्रशासित प्रदेशों में उप राज्यपाल की नियुक्ति करते हैं। किसी राज्य में गवर्नर की स्थिति वही होती है जो केंद्र में प्रेसिडेंट की। यानी गवर्नर राज्य की कार्यपालिका के प्रमुख होते हैं। वे राज्य मंत्रिपरिषद की सलाह पर कार्य करते हैं। राज्यपाल राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के पदेन कुलाधिपति भी होते हैं।