आम आदमी पार्टी से अलग होने के बाद पूर्व पत्रकार आशुतोष ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर नाम लिए बगैर बड़ा हमला बोला है। बुधवार को आशुतोष ने ट्वीट कर कहा कि उनके 23 साल के पत्रकारिता के करियर में उन्हें कभी अपनी जाति का उपयोग नहीं करना पड़ा, लेकिन पार्टी की तरफ से जब चुनाव लड़ना पड़ा तब उन्हें इसके लिए कहा गया।
आशुतोष ने ट्वीट किया, '' 23 साल के पत्रकारिता के करियर में कभी किसी ने मुझसे मेरी जाति या फिर उपनाम नहीं पूछा। मैं हमेशा मेरे नाम से ही जाना जाता रहा था। लेकिन जब मुझे 2014 लोकसभा चुनाव लड़ने के दौरान कार्यकर्ताओं से जब मिलवाया गया तो मेरे सरनेम का उपयोग किया गया। हालांकि, मैंने इसका विरोध किया था। लेकिन तब मुझे कहा गया कि सर, आप कैसे जीतोगे। आपकी जाति के यहां काफी वोट हैं।”
कई बड़े नेता हो चुके हैं ‘आप’ से अलग
साल 2015 में दिल्ली में केजरीवाल सरकार के गठन के बाद आप से अलग हुये बड़े नेताओं की फेहरिस्त में आशुतोष का नाम भी शामिल हुआ। इससे पहले आप के संस्थापक सदस्य योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण और शाजिया इल्मी पार्टी से नाता तोड़ चुके हैं।
इस्तीफा देते वक्त आशुतोष ने क्या कहा?
आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने के बाद आशुतोष ने कहा था कि हर यात्रा का एक अंत होता है। आप के साथ मेरा जुड़ाव जो बहुत ही अच्छा/क्रांतिकारी था उसका भी अंत हुआ है। मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और पीएसी से इसे मंज़ूर करने को कहा है। ये पूरी तरह से निजी कारणों से है। पार्टी का शुक्रिया और मेरा साथ देने वालों का भी शुक्रिया।
आतिशी मार्लेना नहीं अब सिर्फ ‘आतिशी’
आशुतोष के इन आरोपों के बीच इसकी भी चर्चा हो रही है कि आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर पार्टी की प्रभारी (उम्मीदवार) आतिशी मार्लेना ने अपना नाम अब केवल आतिशी कर लिया है। प्रचार के लिए लग रहे या बन रहे किसी भी पोस्टर, बैनर, होर्डिंग, पैम्फलेट में अब केवल आतिशी ही लिखा जा रहा है। इतना ही नहीं आतिशी मार्लेना का ट्विटर हैंडल जो पहले @Atishimarlena हुआ करता था अब यह @AtishiAAP हो गया है।