बता दें कि गुजरात के बनासकांठ जिले के धानेरा कस्बे में बाढ़ पीड़ितों के हालत का जायजा लेने राहुल गांधी शुक्रवार को पहुंचे थे। इस दौरान राहुल गांधी की गाड़ी पर कथित भाजपा समर्थकों ने पत्थर फेंके, जिससे उनकी गाड़ी का शीशा टूट गया। इस दौरान कुछ लोगों ने कांग्रेस उपाध्यक्ष को काले झंडे भी दिखाए।
पीटीआई के मुताबिक, राहुल ने हमले के एक दिन बाद शनिवार को कहा, कल की घटना में इतना बड़ा पत्थर भाजपा के वर्कर ने मेरी ओर मारा, मेरे पीएसओ को चोट लगी। ये मोदी, भाजपा और आरएसएस की राजनीति का तरीका है। इसमें क्या कह सकते हैं? उन्होंने कहा कि इस घटना में उनके लोग शामिल थे, तो वो क्यों इस घटना की निंदा करेंगे।
वरिष्ठ सांसद नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भी गांधी पर हुए हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह एक ‘पूर्व-नियोजित साजिश’ थी। आजाद ने कहा कि यह भाजपा, आरएसएस का एक खुफिया हमला है।
इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी और रणदीप सुरजेवाला ने राहुल गांधी के ऊपर हुए पथराव की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह बीजेपी के गुंडों की सोची समझी साजिश पहले से थी। कहा कि यह भारत के संस्कारों, संस्कृति और इतिहास के बिल्कुल खिलाफ है।