भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे ने बुधवार को कहा कि पार्टी को एनसीपी नेता अजित पवार का समर्थन नहीं लेना चाहिए था। उन्होंने कहा, “मेरी निजी राय यह है कि भाजपा को अजित दादा पवार का समर्थन नहीं लेना चाहिए था। वह बड़े सिंचाई घोटाले में अभियुक्त हैं। उन पर कई आरोप हैं। हमें उनके साथ गठबंधन नहीं करना चाहिए था।”
फडणवीस ने मंगलवार को दिया इस्तीफा
शनिवार को सुबह 8 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले देवेंद्र फडणवीस ने करीब 80 घंटे के बाद मंगलवार दोपहर इस्तीफा दे दिया था। इससे पहले उपमुख्यमंत्री अजित पवार भी इस्तीफा दे चुके थे। फडणवीस ने प्रेसवार्ता में कहा था कि अजित पवार ने कहा कि कुछ निजी कारणों से वे इस गठबंधन में नहीं रह सकते। उन्होंने अपना इस्तीफा मुझे सौंपा। इसके बाद हमारे पास बहुमत नहीं है। भाजपा ने पहले दिन से एक भूमिका ली थी कि हम किसी विधायक को नहीं तोड़ेंगे। हम हॉर्स ट्रेंडिंग नहीं करेंगे, इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं।
28 नवंबर को उद्धव ठाकरे शपथ लेंगे
इस घटनाक्रम के बाद देर शाम को शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को 28 नवंबर को शपथ दिलाने की बाद कही। उद्धव ठाकरे 28 नवंबर को शिवाजी पार्क में शाम 6.40 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।