सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली मेट्रो के फेज-3 में 12.64 किलोमीटर लंबी मैजेंटा लाइन का उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई कैबिनेट मंत्री भी मौजूद रहे। लेकिन इस आयोजन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित नहीं किया गया।
इस समारोह में सीएम केजरीवाल को ना बुलाने को लेकर जहां आम आदमी पार्टी के नेता ने भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। वहीं, कांग्रेस नेता अजय माकन ने भी इस लेकर केंद्र की भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया है।
कांग्रेस नेता अजय माकन ने ट्वीट किया, मुख्यमंत्री को मेट्रो के कार्यक्रम में ढंग का सम्मान मिलना चाहिए, लेकिन बीजेपी इस मामले में आदतन छोटी ही रही है। अपने ट्वीट में माकन ने साल 2002 में दिल्ली मेट्रो के उद्घाटन कार्यक्रम का जिक्र करते हुए लिखा कि तब के दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मदन लाल खुराना को मेट्रो के उद्घाटन से चार दिन पहले मेट्रो का चेयरमैन बनाया गया।
कांग्रेस नेता ने अपने ट्वीट में तीन फोटो लगाए हैं और बताया है कि कैसे इस कार्यक्रम में अजय माकन और तब दिल्ली की मुख्यमंत्री रही शीला दीक्षित को जानबूझ कर फोटो फ्रेम से बाहर किया जाता रहा।
अजय माकन ने जो 3 फोटो अपने ट्विटर वॉल पर डाला है, जिसमें ये साफ देखा जा सकता है कि किसी भी फोटो में ये दोनों ही नेता साफ नजर नहीं आ रहे हैं। सिर्फ एक फोटो यानी तीसरी फोटो है, जिसमें वे दोनों पीछे खड़े नजर आ रहे हैं और दोनों के चेहरे सिर्फ हल्के-हल्के ही मगर फोटो में नजर आ रहे हैं।
CM should be given proper respect in any Metro Function
But BJP is habitually petty-
2002 Inauguration-
1) Delhi BJP Cheif ML Khurana made Chairman of Metro just 4 days before inauguration-2) See the pictures, Sheila ji and me (Tpt Minister) deliberately pushed out of frame! pic.twitter.com/X3xrBj6Qp0
— Ajay Maken (@ajaymaken) December 24, 2017
'आप' के प्रवक्ता आशुतोष का पीएम पर हमला
बता दें कि इससे पहले सीएम केजरीवाल को समारोह में आमंत्रित नहीं करने को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए एक के बाद एक तीन ट्वीट किए हैं। आशुतोष ने अपने ट्वीट में पीएम मोदी के लिए 'संकीर्ण' शब्द का इस्तेमाल किया है।
आशुतोष ने लिखा, PM पूरे देश का होता है, वो भेद नहीं कर सकता। केजरीवाल से छुआछूत क्यों बरतते हैं? वो चुने हुए मुख्यमंत्री हैं। मेट्रो में दिल्ली का भी 50% पैसा लगा है। मेट्रो उद्घाटन में क्यों नहीं बुलाया? वाजपेयी ऐसा नहीं करते थे। हम अपने प्रधानमंत्री को इतना संकीर्ण होते नहीं देख सकते?
अपने अगले ट्वीट में आशुतोष ने लिखा, देश के प्रधानमंत्री कहते हैं, सबका साथ, सबका विकास। त्रासदी देखिए वो दिल्ली में रहते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री को साथ लेकर नहीं चल सकते। मिलने पर केजरीवाल के अभिवादन का जवाब तक नहीं देते। वो सबका विकास कैसे कर सकता है? सोचिएगा जरूर?
आशुतोष ने अपने तीसरे और आखिरी ट्वीट में कहा, मेट्रो दिल्ली की। ¾ दिल्ली से होकर जाएगी, दिल्ली का मेट्रो में 50% पैसा लगा है। यूपी में मेट्रो थोड़े हिस्से में दौड़ेगी। पर PM योगी को बुलाएंगे। यूपी में दिल्ली की मेट्रो का उद्घाटन करेंगे। केजरीवाल को नहीं बुलाएंगे, क्यों? भारत देश का PM इतना संकीर्ण नहीं हो सकता!