असम पुलिस ने बुधवार को भाजपा के सांसद आरपी शर्मा की बेटी पल्लवी शर्मा और 18 अन्य सरकारी अधिकारियों को असम पीएससी में नौकरी के लिए कैश मामले में गिरफ्तार किया है। इस मामले पर कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस ने कहा कि बेरोजगार युवा नौकरियों की तलाश में भटक रहे हैं, दूसरी तरफ भाजपा नेता और उनके परिवार के लोग नौकरियां बेचकर अपनी तिजोरी भर रहे हैं। इस पर क्या मोदी जी कुछ कहेंगे?
इस मामले को लेकर कांग्रेस ने गुरुवार को अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, एक तरफ देश भर में बेरोजगार युवा नौकरियों की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं, दूसरी तरफ भाजपा नेता और उनके परिवार के लोग सरे बाज़ार नौकरियां बेच कर अपनी तिजोरी भर रहे हैं! क्या मोदी जी कुछ कहेंगे? इस ट्वीट के साथ कांग्रेस इस मामले से जुड़ी एक खबर भी पोस्ट की है।
जानें क्या है पूरा मामला-
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, डिब्रूगढ़ पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पनेसर ने बताया, "इस मामले में अभी तक 63 अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आज, हमने 19 अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें से आठ महिलाएं हैं।"
पुलिस ने पहले 2015 बैच के 25 अधिकारियों की पहचान की थी जिन्होंने एपीएससी अधिकारियों को नौकरियां प्राप्त करने के लिए रिश्वत दी थी। उन 25 अधिकारियों में से 13 असम सिविल सर्विसेज में हैं, सात असम पुलिस सेवाओं में और शेष सिविल सेवाओं में हैं।
8 नवंबर को पुलिस ने इस संबंध में 16 सिविल सेवा के अधिकारियों को गिरफ्तार किया।
पूर्व एपीएससी चेयरमैन राकेश कुमार पॉल को पिछले साल 4 नवंबर को उनके दो सदस्यों- समेदुर रहमान और बसंत कुमार डोली की गिरफ्तारी के बाद गिरफ्तार किया गया था।