वंचितों के मसीहा के तौर पर देखे जाने वाले बाबू जगजीवन राम की पुण्यतिथि पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से उन्हें नमन किया। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ट्विट कर कहा, ‘बाबू जगजीवन राम की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि।’ उन्होंने कहा, ‘एक असाधारण नेता जिन्होंने अन्याय और भेदभाव से लड़ने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया..।’
My tribute to Babu Jagjivan Ramji on his punya tithi, an extraordinary leader who dedicated his life to fighting injustice & discrimination
— Office of RG (@OfficeOfRG) July 6, 2017
वहीं, राहुल गांधी से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से कहा 'महान राजनीतिज्ञ बाबू जगजीवन राम जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करता हूं'। उन्होंने कहा, 'बाबू जगजीवन राम ने लगातार अधिकारहीन लोगों और सुविधाओं से वंचित लोगों के कल्याण के लिए काम किया।’
Tributes to Babu Jagjivan Ram on his Punya Tithi. We will always remember his contribution towards empowerment of the poor & marginalised.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2017
गौरतलब है कि पांच अप्रैल 1908 को जन्मे बाबू जगजीवन राम लगभग 50 वर्षों के संसदीय जीवन में राष्ट्र के प्रति उनकी निष्ठा और समर्पण बेमिसाल है। उनका संपूर्ण जीवन राजनीतिक, सामाजिक सक्रियता और विशिष्ट उपलब्धियों से भरा हुआ है। सदियों से शोषित-उत्पीड़ित दलितों, मजदूरों के मूलभूत अधिकारों की रक्षा के लिए जगजीवन राम द्वारा किए गए कानूनी प्रावधान ऐतिहासिक हैं।
जगजीवन राम का ऐसा व्यक्तित्व था जिसने कभी भी अन्याय से समझौता नहीं किया और दलितों के सम्मान के लिए हमेशा संघर्षरत रहे। विद्यार्थी जीवन से ही उन्होंने अन्याय के प्रति आवाज़ उठायी। बाबू जगजीवन राम का भारत में संसदीय लोकतंत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। छह जुलाई, 1986 को 78 साल की उम्र में इस महान राजनीतिज्ञ का निधन हो गया।
बाबू जगजीवन राम को भारतीय समाज और राजनीति में दलित वर्ग के मसीहा के रूप में याद किया जाता है। वह स्वतंत्र भारत के उन गिने-चुने नेताओं में थे, जिन्होंने देश की राजनीति के साथ ही दलित समाज को भी नई दिशा प्रदान की।