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केंद्रीय मंत्री हेगड़े के बयान से मोदी सरकार ने किया किनारा, दिया ये जवाब

राज्यसभा में आज केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के बयान को लेकर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस नेता...
केंद्रीय मंत्री हेगड़े के बयान से मोदी सरकार ने किया किनारा, दिया ये जवाब

राज्यसभा में आज केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के बयान को लेकर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने उच्‍च सदन में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि अगर किसी शख्‍स को संविधान पर विश्‍वास नहीं है, तो उसे संसद का सदस्‍य होने का कोई अधिकार नहीं है।

 

केंद्र की मोदी सरकार ने बुधवार को केंद्रीय राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़े की टिप्पणी से किनारा कर लिया। अनंत कुमार ने 'धर्मनिरपेक्ष' शब्द की आलोचना की थी और कहा था कि भाजपा सरकार संविधान की प्रस्तावना से इस शब्द को हटाने के लिए 'संविधान में संशोधन करेगी।'

 

राज्यसभा में आज विपक्ष ने एकजुट होकर हेगड़े की टिप्पणी का विरोध किया। इसके बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने सदन से कहा, हम संविधान के प्रति वचनबद्ध हैं। हम मंत्री की टिप्पणी से सहमत नहीं हैं।

इससे पहले कांग्रेस ने लोकसभा में अनंत कुमार हेगड़े के बयान को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिया। वहीं, नियम 267 के तहत कांग्रेस ने राज्य सभा में कार्यवाही रोकने का नोटिस भी दिया है। केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े की ओर से संविधान पर की गई टिप्पणी को लेकर कांग्रेस ने यह नोटिस दिया है।

 

 

 

बता दें कि केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने धर्मनिरपेक्ष लोगों का मजाक उड़ाने वाला बयान देकर एक और विवाद खड़ा कर दिया है। मंगलवार को 49 वर्षीय हेगड़े ने कहा था कि इन दिनों देश में एक नया चलन शुरू हो गया है, जिसमें लोग खुद को धर्मनिरपेक्ष बताने की कोशिश करते हैं। उन्होंने दृढ़तापूर्वक कहा कि उन्हें खुशी होती यदि लोग खुद को गर्व से कहते कि वह मुस्लिम हैं या ईसाई हैं या लिंगायत, ब्राह्मण या हिंदू हैं। 

 

विपक्ष ने बुधवार को मंत्रिमंडल व संसद से हेगड़े के निष्कासन की मांग की। विपक्ष ने कहा कि उन्होंने भारत के संविधान व इसके निर्माता भीमराव अंबेडकर का अपमान किया है। विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर बार-बार सदन स्थगित करने को मजबूर किया।

 

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