12 मई को कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार को आएंगे, लेकिन उससे पहले ही दलित को मुख्यमंत्री बनाए जाने के कांग्रेस नेता सिद्दरमैया के बयान को लेकर सियासत शुरू हो गई है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के बयान पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'सिद्दरमैया से विचार करके कांग्रेस आलाकमान जो भी फैसला करेगा, मैं उसको स्वीकार कर लूंगा। बस 12 घंटे का समय और बचा है। इससे ज्यादा मैं इस मसले पर कुछ नहीं कहना चाहता हूं। मीडिया में बिना वजह इसको मुद्दा बनाकर हम लोगों के बीच मतभेद पैदा करने की कोशिश की जा रही है।'
सिद्दरमैया के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया: खड़गे
सोमवार को कांग्रेस नेता खड़गे ने कहा, 'कल भी मैंने कहा था कि दलित को मुख्यमंत्री बनाए जाने के सिद्दरमैया के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। इस बारे में कांग्रेस आलाकमान विधायक दल की बैठक में तय करेंगे। महज 12 घंटे में ही चीजें साफ हो जाएगी। इसके बाद हाईकमान जो तय करेंगा, वो हमको मंजूर है।'
This issue has been created in media to create differences between us. We are clear that high command will decide on it. It's just a matter of 12 hours: Mallikarjun Kharge on Siddaramaiah's comment, 'I can sacrifice CM's post for a Dalit' pic.twitter.com/ewchYMHcXM
— ANI (@ANI) May 14, 2018
जानें क्या बोले थे सीएम सिद्दरमैया
दरअसल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने मतदान के बाद कहा था कि अगर कांग्रेस दलित मुख्यमंत्री बनाना चाहती है, तो वह पीछे हट सकते हैं। उनके लिए रास्ता साफ कर सकते हैं। कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद भी, वो दलित मुख्यमंत्री का समर्थन करने को तैयार हैं।
इस पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि वह दलित के तौर पर नहीं, बल्कि वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता के तौर पर मुख्यमंत्री पद को स्वीकार करने को तैयार है।