उत्तराखंड में भाजपा सरकार के वित्तमंत्री प्रदेश के कद्दावर राजनेता प्रकाश पंत का गुरुवार शाम अमेरिका में निधन हो गया। प्रकाश पंत अमेरिका में फेफड़े की बीमारी का इलाज करा रहे थे और गुरुवार शाम उन्होंने अंतिम सांस ली। प्रकाश पंत को राज्य के वरिष्ठ बीजेपी नेताओं में से एक माना जाता था और उन्होंने कुछ दिनों पहले ही राज्य में बीजेपी सरकार का बजट भी पेश किया था। पंत अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सस के अस्पताल में अपना इलाज करा रहे थे। पंत के निधन के बाद उत्तराखंड में 3 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। इसके अलावा सभी सरकारी दफ्तरों और स्कूल-कॉलेजों को एक दिन बंद रखने का आदेश दिया गया है।
पीएम मोदी ने जताया शोक
पंत के निधन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'उत्तराखंड के वित्तमंत्री प्रकाश पंत के निधन से दुखी हूं। उनके संगठनात्मक कौशल ने बीजेपी को मजबूत किया और प्रशासनिक कौशल के कारण राज्य के विकास को गति मिली। इस वक्त में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ है। ओम शांति।'
सीएम त्रिवेंद्र रावत ने भी दी श्रद्धांजलि
प्रकाश पंत के निधन के बाद उन्हें अपनी श्रद्धांजलि देते हुए राज्य के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'उत्तराखंड में मेरे वरिष्ठ सहयोगी एवं प्रदेश के वित्तमंत्री श्री प्रकाश पंत जी का अमेरिका में इलाज के दौरान स्वर्गवास होने का समाचार पा कर स्तब्ध भी हूं और व्यथित भी। प्रकाश जी का जाना मेरे लिए व्यक्तिगत एवं अपूर्णीय क्षति है, उनके निधन से हमारा तीन दशक पुराना साथ यादों में रह गया।'
‘प्रदेश को दिशा देने में निभाई प्रमुख भूमिका’
एक अन्य ट्वीट में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लिखा, 'शांत, सौम्य और सरल स्वभाव के धनी प्रकाश जी ने अपने लम्बे राजनैतिक जीवन में प्रदेश के गठन और बाद में प्रदेश को एक नई दिशा देने में बड़ी भूमिका निभाई। उनके निधन से प्रदेश एवं हमारे बीजेपी संगठन ने एक बहुत बड़ा व्यक्तित्व को खो दिया। दिवंगत आत्मा की सद्गति के लिए ईश्वर से प्रार्थी हूं।'
पिथौरागढ़ में हुआ था जन्म
11 नवंबर 1960 को उत्तराखंड (तत्कालीन उत्तर प्रदेश) के पिथौरागढ़ में जन्मे प्रकाश पंत उन नेताओं में थे, जिन्हें राज्य की सियासत के प्रभावशाली चेहरों में से एक माना जाता था। प्रकाश पंत ने पहली बार साल 2002 में विधानसभा का चुनाव जीता था। पंत 2017 के चुनाव के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार में संसदीय कार्य, पर्यटन और वितं मंत्री के रूप में काम कर रहे थे।