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हैदराबाद नगर निगम चुनाव: तीसरे नंबर पर रहकर भी ओवैसी का सबसे अच्छा प्रदर्शन, मेयर का फंसा पेंच

ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनावी नतीजे आ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा उलटफेर करते हुए , टीआरएस...
हैदराबाद नगर निगम चुनाव: तीसरे नंबर पर रहकर भी ओवैसी का सबसे अच्छा प्रदर्शन, मेयर का फंसा पेंच

ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनावी नतीजे आ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा उलटफेर करते हुए , टीआरएस को न केवल बहुमत पाने से रोक दिया है। बल्कि नगर निगम में वह दूसरे नंबर की पार्टी बन गई है। भाजपा की यह बढ़त वैसे तो बड़ी कामयाबी है लेकिन तीसरे नंबर पर मौजूद असुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम की प्रदर्शन भी कई मायनों में खास रहा है। खास तौर से उसका स्ट्राइक सभी पार्टियों से अच्छा रहा है। एआईएमआईएम ने कुल 51 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसमें से पार्टी ने 44 सीटों पर जीत हासिल की है।

पार्टी के इस प्रदर्शन पर औवेसी ने कहा है कि भाजपा हमारा कोई नुकसान नहीं कर पाई है। इतनी बेहतरीन स्ट्राइक रेट किसी पार्टी की नहीं रही है। हालांकि उन्होंने माना कि भाजपा का प्रदर्शन कहीं ज्यादा अच्छा रहा है, लेकिन यह स्थायी नहीं होगा। और तेलंगाना की जनता आने वाले समय उनके मंसूबों को पूरा नहीं होने देगी। चार सीटे से 48 सीट पर पहुंचने वाली भाजपा अब 2023 के विधानसभा चुनावों पर नजर गड़ाए हुए हैं।

फाइनल नतीजे

हैदराबाद नगर निगम चुनाव में भाजपा ने ने 150 वार्ड सदस्यों वाले निगम में 48 सीटें जीती हैं। जबकि सत्तारूढ़ टीआरएस को 55 सीटों पर जीत हासिल हुई है। असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाले एआइएमआइएम ने 44 सीटें जीती हैं। चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है और उसे महज दो सीटें मिली हैं।

मेयर पर फंसेगा पेंच

भाजपा की बड़ी कामयाबी ने मेयर के चुनाव को फंसा दिया है। क्योंकि टीआरएस जो कि पिछले चुनाव में 99 सीटें जीती थी, उसे 150 सीटों वाले नगरनिगम में बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में उसे अब अपना मेयर चुनने के लिए एआईएमआईएम या फिर भाजपा का साथ लेना होगा। जहां तक ओवैसी का बात है तो उन्होंने अपने पत्ते अभी नहीं खोले हैं। और मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के लिए भाजपा का दामन थामन आसान नहीं होगा, क्योंकि ऐसा करने के लिए उन्हें अपनी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा पर रोक लगानी होगी।

ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम देश के सबसे बड़े नगर निगमों में से एक है। यह नगर निगम 4 जिलों में है, जिनमें हैदराबाद, मेडचल-मलकजगिरी, रंगारेड्डी और संगारेड्डी हैं। पूरे इलाके में 24 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं तो तेलंगाना की 5 लोकससभा सीटें आती हैं।

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