अखिलेश ने एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम चुनाव मंच में कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर अपनी सरकार की विफलता के विपक्षियों के आरोपों से जुड़े सवाल पर कहा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष (अमित शाह) को देख लीजिये, उन्होंने कानून-व्यवस्था पर कितनी कृपा की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष (केशव मौर्या) भी एेसे ही हैं। वे खुद पर पर लगी धाराओं के बारे में लोगों को क्यों नहीं बताते। जिन्होंने खुद कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ायी हों, वे ही कानून-व्यवस्था की बात कर रहे हैं।
प्रदेश में गुंडाराज होने के बसपा और भाजपा के आरोपों को गलत बताते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत भाजपा शासित तमाम राज्यों के आंकड़े भी सामने रखें। केन्द्र में भाजपा की सरकार है। उसने नीति आयोग बनने के बाद पुलिस आधुनिकीकरण के लिये फंड खत्म कर दिया। प्रदेश में पुलिस में सबसे ज्यादा भर्ती और प्रोन्नति किसी ने की है तो वह सपा ही है।
बसपा अध्यक्ष मायावती द्वारा प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये जाने के बारे में अखिलेश ने कहा मैं तो मानता हूं कि ताजमहल अजूबा है। अगर पत्थर वाली सरकार की नेता (मायावती) भ्रष्टाचार के बारे में कहें तो वह भी अजूबा है। अपने पिता मुलायम सिंह यादव को सपा के राष्टीय अध्यक्ष पद से हटाये जाने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि उन्होंने अपने पिता के साथ विश्वासघात नहीं किया। सपा आज भी नेताजी (मुलायम) की पार्टी है। पिता पुत्र का संबंध बदल नहीं सकता। उन्होंने जो भी किया वह सपा को तथा उसकी विचारधारा को बचाने के लिये जरूरी था।