मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री कमलनाथ होंगे। उनके नाम की देर रात घोषणा की गई। वह शिवराज सिंह की जगह लेंगे। वहीं, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का ऐलान होना बाकी है। इन दोनों राज्यों पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज फैसला ले सकते हैं।
तमाम माथापच्ची के बाद राहुल गांधी ने कमलनाथ को मध्यप्रदेश की कमान सौंपी है। विधायक दल की बैठक में एके एंटनी ने देर रात घोषणा करते हुए कहा कि कमलनाथ ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे। उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया है। बता दें कि यहां ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार थे।
कमलनाथ आज राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वह सरकार बनाने की प्रक्रिया, शपथ ग्रहण आदि को लेकर बातचीत करेंगे। वह 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
इससे पहले मध्यप्रदेश कांग्रेस के सभी बड़े नेता बुधवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से सरकार बनाने का दावा करने वाली चिट्ठी लेकर मिलने पहुंचे थे, लेकिन पटेल ने कहा था कि कांग्रेस जब तक मुख्यमंत्री के लिए अपना चेहरा नहीं चुनती, वो सरकार बनाने के लिए न्योता नहीं देंगी।
राजस्थान में रस्साकशी बरकरार
वहीं. राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर रस्साकशी जारी है। गुरुवार को यहां मुख्यमंत्री के नाम को लेकर सुबह से शुरू हुआ सियासी घमासान देर रात तक चला लेकिन किसी एक नाम पर सहमति नहीं बनी। पहले खबर आई कि अशोक गहलोत का नाम राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के लिए तय हो गया है, लेकिन बाद में सचिन पायलट अड़ गए। सचिन पायलट का कहना था कि क्योंकि उन्होंने पिछले 5 साल राजस्थान में रहकर काम किया है इसलिए उन्हें पद मिलना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों पर फैसला शुक्रवार के लिए टाल दिया है क्योंकि वह इस विषय पर पार्टी नेताओं से और चर्चा करना चाहते हैं। देर रात छत्तीसगढ़ के टीएस सिंहदेव, भूपेश बघेल समेत अन्य नेताओं को बैठक के लिए दिल्ली बुलाया गया है।
एक लाइन का प्रस्ताव किया था पास
राजस्थान में पर्यवेक्षक के तौर पर केसी वेणुगोपाल, मध्य प्रदेश में एके एंटनी, छत्तीसगढ़ में मल्लिकार्जुन खड़गे गए थे। तीनों राज्यों के विधायक दल की बैठक में फैसला हुआ कि राहुल गांधी ही मुख्यमंत्री पद का ऐलान करेंगे। राज्य की विधायक दल में एक लाइन का प्रस्ताव भी पास किया गया था।
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ तीनों ही राज्यों में कांग्रेस ने जीत हासिल की है। राजस्थान की 200 सीटों में से कांग्रेस को 99 मिलीं जबकि भाजपा के हिस्से में 73 सीटें आईं। मध्य प्रदेश की 230 में से 114 कांग्रेस को मिली हैं। वहीं छत्तीसगढ़ की 90 सीटों में 68 कांग्रेस के हिस्से में गई हैं।