आखिरकार, बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने सीट शेयरिंग फॉर्मूले का ऐलान कर दिया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) 20 और कांग्रेस नौ सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) पांच और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हिंदुस्हतानी अवाम मोर्चा (हम) तथा ‘सन ऑफ मल्लाह’ मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) तीन-तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लोकतांत्रिक जनता दल को सीट नहीं दी गई है। लोजद नेता शरद यादव राजद के चुनाव चिह्न पर मधेपुरा से चुनाव लड़ेंगे। राजद ने अपने कोटे की एक सीट भाकपा (माले) को दी है। राज्य में लोकसभा की 40 सीटें हैं।
पहले चरण के उम्मीदवार
पहले चरण में राज्य की जिन चार सीटों पर मतदान होना है, उनके लिए भी महागठबंधन की तरफ से उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया गया है। गया से मांझी खुद और औरंगाबाद से उनकी पार्टी के उपेंद्र प्रसाद महागठबंधन की तरफ से मैदान में होंगे। नवादा से राजद की विभा देवी और जुमई से रालोसपा के भूदेव चौधरी मैदान में होंगे। वहीं, विधानसभा उपचुनावों के लिए नवादा से हम के धीरेंद्र कुमार सिंह उर्फ मुन्ना और डेहरी से राजद के मोहम्मद फिरोज उम्मीदवार होंगे।
सीटों के ऐलान से पहले पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई। इसमें तेजस्वी यादव, उपेंद्र कुशवाहा, मुकेश साहनी, जीतनराम मांझी, उदय नारायण चौधरी, शरद यादव और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा शामिल हुए।
कांग्रेस कार्यालय में हंगामा
काफी कशमकश के बाद सीटों का बंटवारा करने में सफल हुए महागठबंधन के दलों पर अब बगावत का खतरा मंडरा रहा है। इसके संकेत शुक्रवार को उस वक्त मिले जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में हंगामा किया। पूर्व सांसद निखिल कुमार के समर्थकों ने प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ नारेबाजी की। औरंगाबाद से निखिल कुमार का टिकट तय माना जा रहा था, लेकिन यह सीट हम को मिल गई है।