महाराष्ट्र के भ्रष्टाचार विरोधी ब्यूरो (एसीबी) ने सोमवार को सिंचाई घोटाले से संबंधित करीब 3000 मामलों में से 9 केसों को बंद कर दिया। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि बंद किए गए मामलों में ऐसा कोई केस नहीं है जिसमें अजित पवार आरोपी हैं।
अजित पवार के डिप्टी सीएम बनते ही केस बंद
महाराष्ट्र में सरकार गठन के िलए भाजपा के साथ अजित पवार के हाथ मिलने और उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दो दिन के भीतर एसीबी ये केस बंद िकए हैं। न्यूज एजेंसी एएनआइ के अनुसार, एसीबी सूत्रों ने भी कहा है कि ये मामले सशर्त बंद किए गए हैं और उन्हें अगर कोई नई जानकारी मिलती है या अदालत आगे जांच के लिए आदेश देता है तो उन्हें दोबारा खोला जा सकता है।
रोजमर्रा की जांच पूरीः एसीबी
एसीबी के पुलिस महानिदेशक परमबीर सिंह ने बताया कि वे सिंचाई संबंधी शिकायतों में करीब 3000 टेंडरों की जांच कर रहे हैं। ये रोजमर्रा की जांच हैं जिन्हें बंद किया गया है। इस समय जिन केसों की जांच जैसे पहले हो रही थी, वैसे ही आगे की जा रही है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने फड़नवीस पर किया तंज
लेकिन केस बंद किए जाने के समय को लेकर सोशल मीडिया पर तूफान आ गया है। एसीबी ने ऐसे समय में केस बंद किए हैं जब सरकार के गठन को लेकर विरोध और विवाद हो रहा है। शिव सेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विटर पर देवेंद्र फड़नवीस की तस्वीर साझा करके महाराष्ट्र के अस्थायी मुख्यमंत्री पर तंज कसा। उन्होंने पूछा कि क्या उन्होंने अपने डिप्टी को क्लीन चिट देने के लिए पहले आदेश पर दस्तखत किए।
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