पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की है। बंगाल में चुनावी नतीजे आने के बाद यह पहला मौका है जब ममता बनर्जी से पीएम मोदी की वन टू वन मुलाकात हुई है। मुलाकात के बाद सीएम ममता ने पेगासस जासूसी मामले पर बयान दिया है। जासूसी मामले पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को पेगासस मुद्दे पर विचार विमर्श करने और सुप्रीम कोर्ट की अगुवाई में जांच कराने का फैसला करने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।
बता दें कि पेगागस जासूसी मामले पर संसद में विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं। लगातार हंगामा हो रहा है। पेगासस जासूसी कांड को लेकर ममता बनर्जी शुरू से ही केंद्र सरकार पर हमलावर रही हैं। ममता बनर्जी ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज एम बी लोकुर और कोलकाता हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज ज्योतिर्मयी भट्टाचार्य के नेतृत्व में एक कमीशन का गठन किया है जो पिछले दिनों कई महत्वपूर्ण व्यक्तियों के फोन टैपिंग और हैकिंग के मामले की जांच करेगा। ममता की मोदी से मुलाकात ऐसे समय हुई है जब ममता पेगासस जासूसी विवाद और मीडिया हाउसेज पर रेड जैसे मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं।
पीएम से हुई मुलाकात पर ममता बनर्जी ने कहा है कि यह एक सामान्य मुलाकात थी। मुलाकात में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कोविड-19 को लेकर पीएम मोदी से चर्चा की। ममता बनर्जी ने में कहा है कि इस दौरान उन्होंने राज्य के लिए अतिरिक्त वैक्सीन मांगा है। उनका कहना है कि आबादी के हिसाब से वैक्सीन मिलनी चाहिए। तीसरी लहर से पहले सबको टीका जरूरी है। पीएम मोदी ने सीएम को राज्य के लिए और वैक्सीन दिये जाने का भरोसा दिलाया है।
करीब 55 मिनट तक ममता बनर्जी प्रधानमंत्री आवास पर रुकीं। कल सोनिया गांधी ने ममता बनर्जी को चाय पर बुलाया है। माना जा रहा है कि 2024 की रणनीति की चर्चा सोनिया गांधी के साथ होगी। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यंत्री ममता बनर्जी ने चुनावी रणनीतिकार कहे जाने वाले प्रशांत किशोर और कांग्रेस नेता कमलनाथ से भी मुलाकात की है।