राफेल सौदे को लेकर भाजपा और कांग्रेस में पिछले काफी समय से राजनीतिक जंग जारी है। हाल ही में राफेल को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद द्वारा दिए गए बयान ने आग में घी का काम किया है। ओलांद के बयान के बाद से कांग्रेस लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है। हालांकि बीजेपी भी जवाब देने से नहीं चूक रही है।
कांग्रेस ने इस मामले की जॉइंट पार्ल्यामेंट्री कमेटी (JPC) से जांच करवाने की मांग की है। बीजेपी का कहना है कि जांच से हमारे विरोधियों को रक्षा संबंधी जानकारियां मिल सकती हैं।
‘मोदी-अंबानी की दोस्ती ने राफेल सौदे को बना दिया फिल्मी’
वहीं, इन सबके बीच गुरुवार को एक बार फिर कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरा है। इस बार कांग्रेस ने इस डील को फिल्मी बताते हुए अंबानी और पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, मोदी-अंबानी की दोस्ती ने राफेल सौदे को फिल्मी बना दिया। इसमें याराना है...पटकथा में नाटकीय बदलाव है...रहस्य है...धोखाधड़ी है और इस तरह यह फिल्मी कहानी देश के सैनिकों की वीरता और देशभक्ति को दांव पर लगाकर मोदी और अंबानी के लिए ब्लॉकबस्टर साबित हुईं।
मोदी-अंबानी की दोस्ती ने राफेल सौदे को फिल्मी बना दिया। इसमें याराना है...पटकथा में नाटकीय बदलाव है...रहस्य है...धोखाधड़ी है और इस तरह यह फिल्मी कहानी देश के सैनिकों की वीरता और देशभक्ति को दाँव पर लगाकर मोदी और अम्बानी के लिए ब्लॉकबस्टर साबित हुईं।#ModiAmbaniRafaleBlockbuster pic.twitter.com/QuZtlhmvgC
— Congress (@INCIndia) September 27, 2018
राफेल डील के खिलाफ कांग्रेस का आज विरोध प्रदर्शन
राफेल डील के खिलाफ मुंबई कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया है। मोर्चे का नेतृत्व लोकसभा में विरोधी पक्ष नेता व महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रभारी मल्लिकार्जुन खडगे करेंगे। इस विरोध प्रदर्शन के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव से मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के इस्तीफे की मांग भी करेंगे।
कांग्रेस के बड़े नेता होंगे शामिल
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम के साथ-साथ इस विरोध प्रदर्शन में मुंबई के अलग-अलग हिस्सों से आए कई कार्यकर्ता भी हिस्सा लेंगे। कांग्रेस इस घोटाले की संयुक्त जांच की मांग कर रही है। इस मोर्चे में मल्लिकार्जुन खडगे और कांग्रेस के संचार विभाग के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम के अलावा महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटील, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल होंगे।
‘राफेल मामला घोटाला और घोर पूंजीवाद का उत्कृष्ट उदाहरण’
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम का कहना है कि राफेल मामला पूरी तरह से घोटाला और घोर पूंजीवाद का उत्कृष्ट उदाहरण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री न केवल घोटाले में शामिल हैं, बल्कि सौदे के बारे में भ्रामक जानकारी देकर पूरे मामले की लीपापोती कर रहे हैं।
राफेल को लेकर पीएम मोदी का कांग्रेस पर निशाना
बता दें कि इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस पर वार किया था। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस कीचड़ इसलिए उछाल रही है क्योंकि यह उसके लिए आसान है। वह ऐसा पहले भी करती रही है। लेकिन हम उनको बताना चाहते हैं कि जितना कीचड़ उछालोगे, उतना ही कमल खिलेगा।'
क्या है जेपीसी
जेपीसी संसद द्वारा बनाई गई एक समिति होती है जो एक निश्चित समय के लिए बनाई जाती है। इसमें दोनों सदनों के सदस्य होते हैं। लोकसभा के सदस्यों की संख्या राज्यसभा के सदस्यों से दोगुनी होती है। कमेटी सार्वजनिक संस्थानों, जानकारों के साथ किसी के व्यक्तिगत विचार भी ले सकती है।
जेपीसी के साथ परेशानी
विपक्षा को एक हथियार देने के साथ बीजेपी उस परिस्थिति से भी बचना चाहेगी जैसा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ हुआ था। उन्हें 2011 में जेपीसी के सामने पेश होना पड़ा था जिसकी वजह से कांग्रेस को शर्मिंदा होना पड़ा। अगर जेपीसी बनती है तो ऐसी स्थिति प्रधानमंत्री मोदी के लिए भी बन सकती है।