लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में बेहतर प्रदर्शन किया था। भाजपा की जीत के बाद से ही तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पार्षदों और विधायकों का पार्टी में आना शुरू हो गया है। अब पार्टी नेता मुकुल रॉय का दावा है कि जल्द ही कांग्रेस, टीएमसी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के 107 विधायक भाजपा में शामिल होंगे।
मुकुल रॉय खुद भी पहले टीएमसी में ही थे और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी के काफी करीबी माने जाते थे। शनिवार को मुकुल रॉय ने कहा, 'सीपीएम, कांग्रेस और टीएमसी के 107 विधायक भाजपा जॉइन करेंगे। हमने लिस्ट तैयार कर ली है और वे सभी हमारे संपर्क में हैं।'
जारी है सिलसिला
इससे पहले पिछले महीने भी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में लगातार टूट का सिलसिला जारी रहा। उत्तर 24 परगना जिले के नोआपाड़ा से तृणमूल विधायक सुनील सिंह गारुलिया नगरपालिका के 12 पार्षदों संग भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें दिल्ली भाजपा मुख्यालय में भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय, मुकुल राय व बंगाल भाजपा इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने भाजपा का झंडा थमाया। मुकुल राय पहले भी इस बात को कह चुके है कि साल 2021 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पतन हो जाएगा और बंगाल में नई सरकार आ जाएगी।
2016 में 211 सीटों पर जीती थी टीएमसी
पश्चिम बंगाल में विधानसभा की कुल 294 सीटें हैं। 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में टीएमसी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसे 211 सीटें मिली थीं। दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस को 44 और तीसरे नंबर पर रही सीपीएम को 26 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। बीजेपी को सिर्फ तीन सीटों पर जीत हासिल हुई थी।