मुख्यमंत्री अखिलेश और वरिष्ठ काबीना मंत्री शिवपाल यादव के बीच पिछले पांच दिन से चल रही वर्चस्व की जंग के बीच आज सुबह इन दोनों से ही मुलाकात करने वाले मुलायम ने बाद में पार्टी राज्य मुख्यालय पर जमा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं है। मीडिया ने इसे बड़ा रूप दिया है। उन्होंने कहा हमारे रहते पार्टी में कोई फूट नहीं हो सकती। हमने आपसे इतना संघर्ष कराकर सरकार बनायी है। बहुत सी शक्तियां हैं जो नहीं चाहती, कि हमारे परिवार में एकता रहे। इतने बड़े परिवार में कभी-कभी कुछ देर के लिये मतभेद हो जाया करते हैं, मगर अखिलेश और शिवपाल के बीच कोई झगड़ा नहीं है।
मुलायम ने इस दौरान अपने पास ही खड़े अपने करीबी और पिछले दिनों मुख्यमंत्री द्वारा खनन मंत्री के पद से बर्खास्त किये गये गायत्री प्रसाद प्रजापति की बर्खास्तगी रद्द करने का एेलान किया और विश्वास जताया कि अखिलेश उनकी बात नहीं टालेंगे। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे खनन मंत्री गायत्राी प्रसाद प्रजापति को गत 12 सितम्बर को बर्खास्त कर दिया था। प्रजापति पर अवैध खनन को बढ़ावा देने और भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने प्रदेश में जगह-जगह बड़े पैमाने पर जारी अवैध खनन की सीबीआई जांच के निर्देश दिये थे।
बहरहाल, शिवपाल ने इस्तीफा देने के बाद मुलायम से उनके आवास पर मुलाकात की। हालांकि यह मुलाकात बमुश्किल 10 मिनट ही चली। शिवपाल के मुलाकात कर लौटने के बाद मुख्यमंत्राी अखिलेश यादव भी सपा मुखिया से मिलने के लिये उनके घर गये। उसके बाद मुलायम ने पार्टी राज्य मुख्यालय पहुंचकर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया।