महाराष्ट्र में आए सियासी भूचाल के बीच बैठकों का दौर जारी है। पल-पल बदलते अनिश्चित घटनाक्रम में एनसीपी प्रमुख शरद पवार की ओर से बुलाई गई पार्टी विधायकों की बैठक में उनके भतीजे अजीत पवार को एनसीपी विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया है। अब जयंत पाटिल अस्थायी तौर पर उनकी जगह लेंगे, जब तक अगला विधायक दल का नेता नहीं चुना जाता। वहीं, बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया कि अजीत पवार की गतिविधि पार्टी की नीतियों के खिलाफ है। बता दें कि अजीत पवार ने सुबह डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी।
बैठक में शामिल होने के लिए 54 में से 49 विधायक शरद पवार के आवास पहुंचे, जिनमें धनंजय मुंडे भी शामिल हैं। धनंजय मुंडे सुबह अजीत पवार के साथ थे। वहीं, बैठक में भाग लेने पहुंचे एनसीपी के विधायक अतुल बेनके ने मुंबई में कहा कि मैं शरद पवार के साथ हूं। हम सभी साथ हैं।
शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी पहुंची सुप्रीम कोर्ट
शनिवार सुबह देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार के शपथग्रहण के खिलाफ शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी सुप्रीम कोर्ट पहुंची हैं और उन्होंने संयुक्त याचिका दायर की है। साथ ही उन्होंने आज रात ही सुनवाई की मांग की है। इससे पहले शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने होटल ललित में बैठक की। विधायकों ने कहा कि जो उद्धव ठाकरे कहेंगे, वही करेंगे। विधायकों ने उन्हें मुंबई या मुंबई से बाहर किसी अन्य स्थान पर भेजे जाने का निर्णय लेने के लिए भी उद्धव ठाकरे को अधिकृत किया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि चीजें बदल चुकी हैं लेकिन इससे हम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हमारा सपना पूरा होगा। सरकार शिवसेना की बनेगी। उन्होंने कहा कि पवार साहब हमारे साथ हैं, कांग्रेस हमारे साथ है।
शिवसेना ने की लोकतंत्र की हत्या: भाजपा
से पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसके बाद कांग्रेस ने अलग से प्रेस कॉन्फ्रेंस की। अब भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिवसेना, कांग्रेस पर निशाना साधा है। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस को जनादेश मिला था। शिवसेना के प्रदर्शन में भी बीजेपी का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने कहा कि ये कहते हैं कि लोकतंत्र की हत्या हो गई। शिवसेना ने 30 साल पुरानी दोस्ती तोड़ी तब लोकतंत्र की हत्या नहीं हुई? जब अजित पवार के नेतृत्व में बड़ा तबका आकर देवेंद्र फडणवीस को समर्थन दे तो क्या लोकतंत्र की हत्या हो गई।
'बाला साहेब ठाकरे के विचारों को छोड़ दिया'
उन्होंने उद्धव ठाकरे का नाम लिए बगैर कहा कि जो लोग बाला साहेब के विचारों को छोड़ दें, उनके बारे कुछ नहीं कहना, बाला साहेब का कांग्रेस विरोध जगजाहिर है। यह देश की आर्थिक राजधानी पर कब्जा करने की कोशिश थी। क्या कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना में से किसी ने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
'हम ईमानदार, स्थिर और प्रभावी सरकार देंगे'
प्रसाद ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता का सवाल था कि हमने जनादेश दिया तो आप सरकार क्यों नहीं बना रहे हैं। क्या इतने बड़े राज्य को ऐसे ही छोड़ दिया जाता? हम एक ईमानदार सरकार देंगे। हमारे पीएम और गृह मंत्री के खिलाफ स्तरहीन भाषा का प्रयोग किया गया, हमने इसे सहा है। आज तक ऐसा नहीं हुआ कि गठबंधन में रहकर कोई ऐसा बोले। हम एक स्थिर, प्रभावी और प्रमाणिक सरकार देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि एनसीपी के अंदर क्या चल रहा है उसपर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।
कांग्रेस ने बताया शर्मनाक
पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा कि न बैंड, न बाजा, न बारात और सीएम और डिप्टी सीएम ने शपथ ले ली। ये घटना काली स्याही से लिखी जाएगी। बिना किसी जांच के शपथ दिलाई गई है। कहीं ना कहीं कुछ गड़बड़ है। अहमद पटेल ने कहा कि बेशर्मी की सारी सीमाएं पार दी गई हैं। एनसीपी के कुछ लोगों ने लिस्ट दी, जिसके वजह से ये घटना घटी है। अहमद पटेल ने कहा कि बीजेपी को हराने के लिए तीनों दल साथ आए थे। हम तीन आज भी एकजुट हैं। कांग्रेस के सभी विधायक एक साथ हैं। हमारी तरफ से कोई देरी नहीं की गई है। कांग्रेस पर ये जो आरोप लगाया जा रहा है वो निराधार है। अहमद पटेल ने कहा हां, कुछ मुद्दों पर सहमति में वक्त लगा है। उन्होंने कहा कि हम राजनीतिक और कानूनी मोर्चे पर यह लड़ाई लड़ेंगे। तीनों पार्टियां (कांग्रेस-एनसीपी-शिव सेना) साथ हैं और मुझे विश्वास है कि हम भाजपा को फ्लोर टेस्ट में हराएंगे।
यह अजीत का फैसला है, पार्टी का नहीं: शरद पवार
मीडिया को संबोधित करते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मुझे सुबह पता चला कि अजीत शपथ ले रहे हैं। पवार का कहना है कि यह अजीत का फैसला है, पार्टी का फैसला नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस बहुमत नहीं जुटा पाएंगे। क्योंकि नंबर हमारे पास है, सरकार तो हम ही बनाएंगे। पवार ने अजीत पर यह भी आरोप लगाया कि शायद उन्होंने पार्टी के विधायकों के हस्ताक्षर वाली चिट्ठी का दुरुपयोग किया है। उन्होंने कहा कि अजीत के साथ तसवीर में 11-12 विधायक देखे गए है। जो लोग उनके साथ है उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि दल-बदल कानून भी है। इस मौके पर एनसीपी नेता, दो विधायकों को भी अपने साथ लेकर पहुंचे थे। जिन्होंने कहा कि हमें नहीं पता था कि अजीत पवार क्या करने वाले है। हमारे नेता तो शरद पवार है। शरद पवार ने यह भी कहा कि अजीत पवार पर क्या कार्रवाई की जाएगी, यह पार्टी तय करेगी।