गौरतलब है कि बीएमसी रूझानों में कांग्रेस शिवसेना और भाजपा से पिछड़ रही है और तीसरे नंबर पर है। निरूपम ने कहा कि पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है और मुंबई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते हार की नैतिक जिम्मेवारी मेरी है। उधर रुझानों में शिवसेना को मिली बढ़त से जहां पार्टी कार्यकर्ता खुशियां मना रहे हैं वहीं भाजपा के कार्यकर्ता भी कई जगह जश्न में डूबे हैं।
शिवसेना की सफलता पर बयान देते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग किया। लोगों ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व पर भरोसा जताया है। अब भाजपा बताए कि एक पारदर्शी विपक्ष कैसा होता है. उन्होंने कहा कि रुझानों से पता चलता है कि मुंबई का बॉस कौन है? शिवसेना और उद्धव ठाकरे। शिवसेना और भाजपा अलग-अलग चुनाव लड़ रही है। इसलिए दोनों ही दलों की साख दांव पर है।