आजम ने संभल में एक बैठक में कहा, मैं बादशाह (मोदी) से गुजारिश करना चाहता हूं कि लखनऊ में रावण जलाने की जरूरत नहीं है। भारत की राजधानी लखनऊ नहीं है बल्कि नई दिल्ली है और 1947 के बाद यदि मानवता का नरसंहार कहीं हुआ तो गुजरात में हुआ। यदि वह (मोदी) रावण जलाना चाहते हैं तो उन्हें गुजरात का रावण जलाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि गुजरात दंगों के बाद भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों ने कहा कि उन्हें मुस्लिम क्षेत्रों में भी वोट मिले। लेकिन वास्तविकता यह है कि भाजपा और संघ ने मुसलमानों को दंगों के दौरान किए गए अपने कृत्यों का उल्लेख कर धमकाया और कमजोर लोगों से वोट झटके। लक्षित हमले के बारे में आजम ने कहा कि केजरीवाल, राहुल गांधी और संजय निरूपम जैसे नेता मोदी पर भरोसा नहीं कर पा रहे क्योंकि उन्होंने जनता से झूठ बोलकर वोट लिया है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, वे नेता अब संघ द्वारा देशद्रोही बताए जा रहे हैं। मुझे खुशी है कि अब तक तो सिर्फ मैं इस श्रेणी में था और मुझसे पाकिस्तान जाने को कहा गया था लेकिन अब वे नेता सूची में मुझसे ऊपर हैं।
उत्तर प्रदेश में चुनावी संभावनाएं तलाश रहे असदुद्दीन ओवैसी का जिक्र करते हुए आजम ने ओवैसी को चुनौती दी कि वह राज्य में एक विधायक जिताकर दिखाएं।(एजेंसी)