ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शनिवार को अपने मंत्रिपरिषद को विभाग आवंटित किए, जिसमें गृह, वित्त और कई अन्य विभाग अपने पास रखे। माझी ने 12 जून को यहां राज्य के पहले भाजपा मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। मुख्यमंत्री के पास सामान्य प्रशासन और लोक शिकायत, सूचना और जनसंपर्क, जल संसाधन और योजना एवं अभिसरण जैसे अन्य विभाग भी हैं।
उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव, जिन्हें अकेले मंत्री के रूप में काम करने का अनुभव है, को कृषि और किसान सशक्तिकरण तथा ऊर्जा विभागों का प्रभार दिया गया है। अन्य उपमुख्यमंत्री पार्वती परिदा, जो पहली बार विधायक बनी हैं और 16 सदस्यीय मंत्रिपरिषद में एकमात्र महिला हैं, को महिला एवं बाल विकास, मिशन शक्ति और पर्यटन विभाग सौंपे गए हैं।
वरिष्ठ भाजपा नेता सुरेश पुजारी को राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग दिया गया है, जबकि किसान नेता रबी नारायण नाइक को ग्रामीण विकास, पंचायती राज एवं पेयजल विभाग दिया गया है। मुकेश महालिंग को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, संसदीय मामले, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग दिया गया है। आदिवासी नेता नित्यानंद गोंड को स्कूल एवं जन शिक्षा, एसटी एवं एससी विकास, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण, सामाजिक सुरक्षा एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग दिया गया है।
कृष्ण चंद्र पात्रा को खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग दिया गया है, जबकि पृथ्वीराज हरिचंदन को कानून, निर्माण एवं आबकारी जैसे विभाग दिए गए हैं। बिभूति भूषण जेना को इस्पात एवं खान के साथ वाणिज्य एवं परिवहन विभाग दिया गया है, जबकि डॉ. कृष्ण चंद्र महापात्रा को आवास एवं शहरी विकास तथा सार्वजनिक उद्यम विभाग दिया गया है।
राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) में गणेश राम सिंहखुंटिया को वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन, श्रम एवं कर्मचारी राज्य बीमा विभाग दिया गया है, जबकि युवा इंजीनियर सूर्यवंशी सूरज को उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा सेवा, ओडिया भाषा साहित्य एवं संस्कृति विभाग दिया गया है। प्रदीप बाल सामंत को सहकारिता, हथकरघा, कपड़ा और हस्तशिल्प मंत्री बनाया गया जबकि गोकुलानंद मलिक को मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास तथा एमएसएमई का प्रभार दिया गया। संपद चन्नन स्वैन को उद्योग, कौशल विकास और तकनीकी शिक्षा जैसे विभाग आवंटित किए गए।