राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने शनिवार को कहा है कि भाजपा और एनसीपी दोनों- नदी के दो छोर हैं। इनका साथ आना असंभव है। मलिक ने कहा है, "राजनीति विचारों के आधार पर होती है, संघ का राष्ट्रवाद और राष्ट्रवादी पार्टी के राष्ट्रवाद में ज़मीन आसमान आ अंतर है। नदी के दो छोर कभी नहीं मिल सकते, ये सच्चाई है। भाजपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का एक साथ आना असंभव है।"
नवाब मलिक की तरफ से ये बयान ऐसे समय में आया है जब उद्धव ठाकरे के बाद अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। दिल्ली में आज अचानक हुई पीएम और शरद पवार के बीच हुई मुलाकात से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी और शरद पवार को बीच यह बैठक 50 मिनट तक चली है। मॉनसून सत्र के पहले हुई दोनों की बीच इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहा है।
कुछ दिनों से इस बात की अटकलें लगाई जा रही है कि शरद पवार राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। ऐसे में पीएम मोदी- पवार की मुलाकात कई ओर इशारा कर रही हैं। वहीं, चुनावी राजनीतिकार के रूप में प्रशांत किशोर भी लगातार सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। कुछ दिनों पहले प्रशांत किशोर और पवार के बीच में कई दौर की मुलाकात हो चुकी है। हालांकि, कुछ समय पहले राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने की अटकलों को एनसीपी चीफ ने खारिज कर दिया था।
19 जुलाई से संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने जा रहा है। इससे पहले शुक्रवार को पीयूष गोयल ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता शरद पवार सहिता कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी। मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू होगा और 13 अगस्त तक चलेगा। इस सत्र में सरकार ने 17 नए विधेयक लाने की तैयारी की है।