एससी/एसटी एक्ट मामले पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश की है। केंद्र सरकार पर दलितों को निचले पायदान पर रखने का आरोप लगाते हुए राहुल ने ट्वीट किया है।
राहुल गांधी ने इस मामले को लेकर ट्विटर अकाउंट के माध्यम से कहा, दलितों को भारतीय समाज के सबसे निचले पायदान पर रखना RSS/BJP के DNA में है। जो इस सोच को चुनौती देता है उसे वे हिंसा से दबाते हैं। हजारों दलित भाई-बहन आज सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा की मांग कर रहे हैं। हम उनको सलाम करते हैं।
<blockquote class="twitter-tweet" data-lang="en"><p lang="hi" dir="ltr">दलितों को भारतीय समाज के सबसे निचले पायदान पर रखना RSS/BJP के DNA में है। जो इस सोच को चुनौती देता है उसे वे हिंसा से दबाते हैं।<br><br>हजारों दलित भाई-बहन आज सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा की माँग कर रहे हैं। <br><br>हम उनको सलाम करते हैं।<a href="https://twitter.com/hashtag/BharatBandh?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#BharatBandh</a></p>— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) <a href="https://twitter.com/RahulGandhi/status/980682899845509121?ref_src=twsrc%5Etfw">April 2, 2018</a></blockquote>
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गौरतलब है कि एससी-एसटी एक्ट में बदलाव के खिलाफ आज पूरे देश में दलित सड़कों पर हैं। कई शहरों से हिंसक झड़पों की खबरें सामने आ रही हैं। दलित संगठनों के इस देशव्यापी आंदोलन को अब राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिल रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने 20 मार्च को महाराष्ट्र के एक मामले को लेकर एससी-एसटी एक्ट में नई गाइडलाइन जारी की थी, जिसके तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अधिनियम-1989 के दुरुपयोग पर बंदिश लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था। इसमें कहा गया था कि एससी-एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज होने के बाद आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी नहीं होगी। पहले आरोपों की जांच डीएसपी स्तर का अधिकारी करेगा। यदि आरोप सही पाए जाते हैं तभी आगे की कार्रवाई होगी।