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राहुल गांधी को अपने कार्यक्रम में बुला सकता है आरएसएस

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अगले महीने दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष...
राहुल गांधी को अपने कार्यक्रम में बुला सकता है आरएसएस

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अगले महीने दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बुला सकता है। आरएसएस से जुड़े सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। राहुल गांधी ने हाल ही में आरएसएस की तुलना इस्लामिक संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से की थी। जून में ही आरएसएस के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी शामिल हुए थे। उनके यहां आने को लेकर काफी चर्चा हुई थी।

समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार, आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत देश के प्रबुद्ध नागरिकों से 'भविष्य का भारत-आरएसएस का दृष्टिकोण' विषय पर 17 से 19 सितंबर तक दिल्ली के विज्ञान भवन में संवाद करेंगे। संघ के सूत्रों के अनुसार इस मौके पर विभिन्न विचारधारा से लोगों को बुलाने पर विचार किया जा रहा है। इनमें माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी भी शामिल हैं।

सितंबर में होने वाले कार्यक्रम की जानकारी देते हुए आरएसएस के प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने कहा कि उनका संगठन पहली बार इस तरह के तीन दिन के कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान संघ प्रमुख चुने हुए प्रबुद्ध लोगों से विचार साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि देश भर के लोग आरएसएस के बारे में जानना चाहते हैं।

इसी के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जहां मोहन भागवत राष्ट्रीय महत्व के कई विषयों पर आरएसएस के रुख की जानकारी लोगों को देंगे। जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष  राहुल गांधी को भी आमंत्रित किया जाएगा तो उन्होंने कहा कि अभी लिस्ट तय नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि किसे बुलाना है किसे नहीं यह तय करना हमारा विशेषाधिकार है। इसे हम पर छोड़ दें...। लेकिन समाज के हर क्षेत्र के लोग, जिनमें राजनीतिक, वैचारिक और धार्मिक संगठन शामिल हैं, को बुलाया जाएगा।

संघ ने कहा, राहुल भारत को नहीं जानते

अरुण कुमार ने आरएसएस की तुलना इस्लामिक संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस प्रमुख भारत को नहीं जानते इसलिए वह इस संगठन को समझ नहीं सकते।
राहुल ने पिछले सप्ताह लंदन में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटजिक स्टडीज में कहा था कि आरएसएस की विचारधारा अरब जगत के मुस्लिम ब्रदरहुड़ के समान है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि आरएसएस भारत की प्रकृति बदलने और इसकी संस्थाओं पर कब्जा करने का प्रयास कर रहा है।

आरएसएस के प्रचार प्रमुख ने कांग्रेस अध्यक्ष के आरोपों के जवाब में कहा कि गांधी मुस्लिम ब्रदरहुड की अवधारणा को नहीं जानते। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व इस्लामिक कट्टरपंथ के खतरे का सामने कर रहा है। वह अनभिज्ञ हैं....वह स्थिति की गंभीरता को नहीं समझते इसलिए इस प्रकार का बयान दे रहे हैं। भारत को समझने का प्रयास करने के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष के पुराने बयान का जिक्र करते हुए कुमार ने कहा कि जो भारत को नहीं समझता वह संघ को नहीं समझ सकता। उन्होंने कहा कि वह भारत और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के उसके सांस्कृतिक लोकाचार से अनभिज्ञ हैं जिसका तात्पर्य है कि विश्व एक परिवार है।

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