कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट ने एक बार फिर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे सर्वे छपवा ले, चुनाव में पोस्टर या झंडे लगा दे, लेकिन यह तय है कि हिमाचल में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ेगा।
हिमाचल विधानसभा चुनाव में हार के डर से भाजपा को अपने केंद्रीय मंत्रियों की फौज को चुनावी प्रचार में उतारना पड़ा है। कांग्रेस के स्टार प्रचारक सचिन पायलट ने शुक्रवार को शिमला में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जनता के बीच मोदी मैजिक अब फेल हो गया है और केंद्र सरकार की कथनी और करनी से देश की जनता भलीभांति परिचित है। उन्होंने कहा हिमाचल में मोदी मैजिक को न चलते देख भाजपा को नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल को यहां मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना पड़ा।
अपनी हार देख भाजपा को फॉर्मूला बदलना पड़ा
सचिन ने कहा कि अभी तक अन्य राज्यों में भाजपा ने सीएम पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया था जबकि हिमाचल में भाजपा को अपनी हार देख यह फॉर्मूला बदलना पड़ा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विकास के नाम पर हिमाचल में सरकार बनाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार पक्षपात की राजनीति कर रही है। बीते साढ़े 3 साल में केंद्र ने हिमाचल को वित्तीय मदद देने में कंजूसी बरती है।
भाजपा का दामने थामने के बाद भ्रष्टाचार से मुक्त हो गए सुखराम
उन्होंने कहा कि भाजपा ने भ्रष्टाचार के मसले पर बोलने का नैतिक अधिकार खो दिया है। भाजपा सिद्धांतों से समझौता करने वाली पार्टी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के भ्रष्टाचार मामले में भाजपा ने 2 सप्ताह तक संसद को बाधित किया था लेकिन सुखराम द्वारा भाजपा का दामन थामने के बाद वह भ्रष्टाचार से मुक्त हो गए। उत्तराखंड और उत्तर-पूर्व के प्रदेशों में भी भाजपा ने दूसरी पार्टी के कई नेताओं को आयात किया था। सचिन बोले, केंद्र की मोदी सरकार को अपने केंद्रीय नेताओं और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का भ्रष्टाचार दिखाई नहीं दे रहा जबकि विरोधी दलों के नेताओं पर जबरन केस बनाए जा रहे हैं।
भाजपा की हालत तो ऐसी है कि अगर कोई नेता भाजपा में नहीं है तो वह भ्रष्टाचारी है, दबाव बनाकर जब उसे भाजपा ज्वाइन कराई जाती है तो गंगा जल छिड़कने से वह भ्रष्टाचार से मुक्त हो जाता है। पंडित सुखराम के मामले में भी ऐसा ही हुआ है।
केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग कर कांग्रेस नेताओं को प्रताड़ित कर रही है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र की बेटी की शादी के दिन उनके घर पर सीबीआई की रेड करवाई गई थी। गैर-भाजपा नेताओं की छवि बिगाड़ने में केंद्रीय जांच एजेंसियों को इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीते 5 साल में वीरभद्र सरकार ने अनेक विकासात्मक कार्य किए हैं। वह अनुभवी, सक्षम व दृढ़ संकल्प वाले व्यक्ति हैं और उनके साथ पूरी पार्टी कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।