महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर बयानबाज़ी के कारण गर्मी बढ़ गई है। उद्धव ठाकरे को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की "हमास" वाली टिप्पणी के संबंध में अब संजय राउत ने पलटवार किया है। उन्होंने सीएम शिंदे को लेकर कहा कि वह खुद ही हमास हैं।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) नेता संजय राउत ने कहा, "वे (एकनाथ शिंदे) खुद ही हमास हैं। कल दशहरे का शुभ अवसर था, लेकिन वे ऐसी बातें कर रहे हैं। मैं भी बहुत सारी बातें उन्हें कह सकता हूं, लेकिन मेरे पास बाला साहेब ठाकरे के संस्कार हैं। यह उनके दिमाग में भाजपा द्वारा भरे गए कीड़ों को दर्शाता है।"
#WATCH | Mumbai: On Eknath Shinde's statement, Shiv Sena (UBT) MP Sanjay Raut says, "... He (Eknath Shinde) is himself Hamas... This shows how many dirty worms the BJP has planted in your mind..." https://t.co/r3qaUo4Tni pic.twitter.com/BkYgFPOgjr
— ANI (@ANI) October 25, 2023
बता दें कि आज़ाद मैदान में शिव सेना की दशहरा रैली में एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए शिंदे ने ठाकरे का नाम लिए बिना कहा कि उन्होंने अपनी वैचारिक विरासत के साथ बेईमानी करके बाल ठाकरे की पीठ में छुरा घोंपा है।
शिंदे ने यह भी कहा कि उन्हें आश्चर्य नहीं होगा अगर वे (शिवसेना-यूबीटी) असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाले एआईएमआईएम के साथ गठबंधन करें और यहां तक कि अपने स्वार्थी उद्देश्यों और कुर्सी (सत्ता) के लिए हमास, हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों को गले लगाएं।
Mumbai | "You back-stabbed Bal Thackeray by committing dishonesty with his ideological legacy. I won't be surprised if they ally with terrorist groups like Hamas and Lashkar-e-Taiba for their own selfish motives," says Maharashtra CM Eknath Shinde while addressing the Dussehra… pic.twitter.com/bUB9psV5Cm
— ANI (@ANI) October 25, 2023
शिंदे ने कहा, "आपने सत्ता के लिए कांग्रेस और समाजवादियों के साथ जाकर बालासाहेब ठाकरे की हिंदुत्व विचारधारा को दफन कर दिया है। बालासाहेब ने 'शिवतीर्थ' (शिवाजी पार्क मैदान) से 'गर्व से कहो हम हिंदू हैं' का नारा दिया था, लेकिन अब 'गर्व से कहो हम कांग्रेसी और समाजवादी हैं' जैसे नारे दिए जा रहे हैं।"
शिंदे ने पूछा, "उन्होंने अपना चेहरा खो दिया है। अब वे अयोध्या कैसे जाएंगे?" इसके बाद शिंदे ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे 2004 से ही सीएम बनने की महत्वाकांक्षा पाले हुए थे लेकिन बात नहीं बनी।
उन्होंने कहा, "उनकी (उद्धव की) इच्छा 2004 से सीएम बनने की थी, लेकिन 'जुगाड़' काम नहीं आया। उन्होंने दिखावा किया कि उन्हें इस पद में कभी दिलचस्पी नहीं थी। यह सार्वजनिक रूप से कहा गया था कि उन्होंने (2019 विधानसभा के बाद) जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है, शरद पवार की सलाह पर।
उन्होंने उद्धव पर तंज कसते हुए कहा, "जो लोग बाला साहेब के साथ खून का रिश्ता होने का दावा करते हैं, उन्होंने उनके विचारों को दबा दिया है।" शिंदे ने उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य को 'एक पूरा, एक आधा' करार देते हुए कहा कि अगर वे अपने गुट का कांग्रेस में विलय कर दें तो उन्हें कोई आश्चर्य नहीं होगा।