महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी दल शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) के बीच तनातनी के दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य के शिरूर लोकसभा क्षेत्र से एनसीपी सांसद और अभिनेता डॉक्टर अमोल कोल्हे ने एक और विवाद खड़ा कर दिया। हिन्दुस्तान की खबर के मुताबिक उन्होंने कहा कि था कि शरद पवार के आशीर्वाद से ही उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री हैं। उनके इस बयान पर शिवसेना ने एमवीए सहयोगियों में दुर्भावना न फैलाने की नसीहत देते हुए कहा कि दोनों दलों के बीच जहर घोलने की कोशिश न करें और सत्ता का जो अंगूर मिला है, उसमें खटास न लाएं। शिवसेना पर टिप्पणी करने वाले अमोल कोल्ह एनसीपी आने से पहले शिवसेना के साथ थे।
एनसीपी सांसद कोल्हे के बयान का जवाब देते हुए शिवसेना के प्रवक्ता किशोर कान्हेरे ने कहा कि शिरूर सांसद को यह नहीं भूलना चाहिए कि उप मुख्यमंत्री अजीत दादा पवार और दस्तूर शरद पवार खुद राज्य चलाने के लिए उद्धव साहब से लगातार परामर्श कर रहे हैं। उन्होंने कहा "अमोल के मेमोरी टेस्ट का वक्त आ गया है। एक अभिनेता जो लिखित संवादों को पढ़ने का आदी है शायद यह भूल गया है कि वह उसी उद्धव ठाकरे के आशीर्वाद से राजनीति में है। सत्ता का जो अंगूर आपको मिला है, उसे खट्टा मत बताओ।"
बता दें कि गुरुवार को महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने भी शरद पवार से मुलाकात की थी। इससे पहले जून के महीने में उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी। पिछले डेढ़ महीने से पवार और ठाकरे के बीच यह मुलाकातें ऐसे वक्त पर हो रही हैं जब गठबंधन में संकट की अटकलें लगाई जा रही है।