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29 बच्चियों से रेप केस में नीतीश सरकार के खिलाफ तेजस्वी ने बिहारवासियों के नाम लिखा खुला खत

राजद नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर में 29 बच्चियों से रेप मामले को लेकर...
29 बच्चियों से रेप केस में नीतीश सरकार के खिलाफ तेजस्वी ने बिहारवासियों के नाम लिखा खुला खत

राजद नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर में 29 बच्चियों से रेप मामले को लेकर  एक बार फिर बिहार सरकार पर फिर निशाना साधा है। तेजस्वी ने मुजफ्फरनगर के बालिका गृह में हुए 29 लड़कियों के साथ रेप की घटना को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग की है।

तेजस्वी यादव ने गुरुवार सुबह नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा, मां बेटियों की गुहार मुंह खोलो नीतीश कुमार, हमपे हो रहा है अत्याचार कहां छिपे हो नीतीश कुमार, शर्मसार हो रहा बिहार कुर्सी छोड़ो नीतीश कुमार, भयभीत बेटियां करे पुकार कुर्सी छोड़ो नीतीश कुमार, रक्षा करो या कुर्सी छोड़ो।

तेजस्वी मुजफ्फरपुर की घटना के खिलाफ में 28 जुलाई को साइकिल रैली करने वाले हैं उन्होंने साइकिल रैली का पोस्टर जारी करते हुए ट्वीट किया है।

बिहारवासियों के नाम तेजस्वी ने लिखा खुला-पत्र

इसके साथ ही, प्रदेश में हो रहे अपराध और ताजा बालिका गृह जैसे मामलों को लेकर तेजस्वी ने सरकार को घेरने के लिए आरजेडी साईकिल मार्च का आयोजन कर रही है। सरकार के खिलाफ साइकिल मार्च से जुड़ने के लिए तेजस्वी यादव ने बिहारवासियों के नाम खुला खत भी लिखा है।

तेजस्वी यादव ने 28 जुलाई को साईकिल मार्च की शुरूआत करने की घोषणा कि है। इसका नाम 'एनडीए भगाओ-बेटी बचाओ, साइकिल मार्च' रखा गया है। सरकार के खिलाफ विपक्ष के इस अभियान से जुड़ने के लिए तेजस्वी यादव ने अपने ट्विटर पर खुला पत्र पोस्ट किया है।

विधानसभा में भी तेजस्वी ने उठाया ये मामला, लगाया आरोप

इस मामले को लेकर बिहार विधानसभा में भी प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज आरोप लगाया था कि इस मामले में समाज कल्याण मंत्री के पति के अलावा बिहार सरकार के एक अन्य मंत्री का नाम आया है। उन्होंने नाम लिए बिना कहा कि जिन्होंने हाल ही में पश्चिम बंगाल की यात्रा के क्रम में एक होटल में मारपीट की थी, उनका नाम क्यों छुपाया गया।

तेजस्वी ने आरोप लगाया कि इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के 'चहेते' हैं और सुशील पर उक्त मंत्री को बचाने का दबाव है इसलिए हमलोग सीबीआई की जांच की मांग कर रहे थे ।

बिहार विधानसभा परिसर में आज संवाददाताओं से तेजस्वी ने कहा कि मामले की सीबीआई द्वारा निष्पक्ष जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में हो, हम लोग इसके लिए कानूनी पहलुओं पर भी गौर कर रहे हैं।

जानें पूरा मामला

गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में रही 44 लड़कियों में 42 की मेडिकल जांच कराए जाने पर उनमें से 29 के यौन शोषण की पुष्टि हुई थी। दो लड़कियों के बीमार होने के कारण उनकी जांच नहीं हो पाई है।

पुलिस की जांच के दौरान वर्ष 2013 से बालिका गृह के अभिलेखों की छानबीन करने पर पता चला कि चार लड़कियां बालिका गृह से फरार हैं। ये लड़कियां माह नवम्बर-दिसम्बर 2013 में बालिका गृह में आई थीं और माह दिसम्बर 2013 में ही फरार दिखाई गई हैं। पुलिस इस तथ्य का सत्यापन कर रही है।

मुजफ्फरपुर बालिका गृह में एक बालिका गत 28 मार्च को आई थी, पर उसके डिस्चार्ज की तिथि अभिलेखों में अंकित नहीं है। जांच में उसका पता लगा लिया गया है। वह मुजफ्फरपुर जिले में ही विवाह के उपरान्त अपने ससुराल में रह रही हैं।

इस मामले में 10 लोगों की हुई गिरफ्तारी

मुजफ्फरपुर बालिका गृह में तीन बालिकाओं के मृत होने की प्रविष्टियां बालिका गृह के अभिलेखों में दर्ज हैं। इसमें एक की तिथि 2015 एवं दो की तिथि 2017 है। इनका सत्यापन किया जा रहा है। इस मामले में मुजफ्फरपुर बालिका गृह के संचालक ब्रजेश ठाकुर सहित कुल 10 आरोपियों किरण कुमारी, मंजू देवी, इन्दू कुमारी, चन्दा देवी, नेहा कुमारी, हेमा मसीह, विकास कुमार एवं रवि कुमार रौशन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। एक अन्य फरार दिलीप कुमार वर्मा की गिरफ्तारी के लिए इश्तेहार दिए गए हैं और कुर्की की कार्रवाई की जा रही है।

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