विश्व हिंदू परिषद (विहिप) छोड़ने के बाद प्रवीण तोगड़िया ने अहमदाबाद में मंगलवार से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गए हैं। उन्होंने अपना उपवास विहिप कार्यालय के बाहर दोपहर 12 बजे से आरंभ किया। उनके साथ कुछ हिंदू संत और उनके समर्थक भी हैं।
पहले तोगड़िया को जीएमडीसी ग्राउंड में उपवास पर बैठना था पर यहां पुलिस की अनुमति नहीं मिलने के कारण उऩ्हें जगह बदलनी पड़ी। विहिप के पूर्व नगर अध्यक्ष राजू पटेल ने कहा कि अनुमति नहीं मिलने के कारण हमने जीएमडीसी ग्राउंड से पांच किलोमीटर दूर बैठने का फैसला किया।
तोगड़िया अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण, गोहत्या पर पूरे देश में प्रतिबंध, समान नागरिक संहिता लागू करने और कश्मीर के विस्थापित हिंदुओं की वापसी की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे हैं। इससे पहले तोगड़िया ने कहा था कि उनका उपवास हिंदुओं के कल्याण और अपनी मांगों की ओर ध्यान आकृष्ट करने के लिए है।
उन्हें उपवास पर बैठने से रोकने के लिए अंतिम समय तक कोशिश की गई पर वे नहीं माने। उपवास शुरू करने से पहले उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि मैं हिंदुओं की लंबित मांगों के लिए लड़ता रहूंगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के मोहभंग होने की बात भी कही थी।
कैंसर सर्जन के फायरब्रांड हिंदू नेता बने तोगड़िया ने विहिप छोड़ने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमले किए थे। मोदी के विदेश दौरे की निंदा करते हुए हिंदू नेता ने कहा था कि देश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं, किसान खुदकुशी कर रहे हैं और सीमा पर सैनिक जवान शहीद हो रहे हैं लेकिन देश का सेवक को इसकी कोई चिंता नहीं है।
तोगड़िया ने हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल पीएस कोजके के विहिप का अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद पिछले शनिवार को संगठन छोड़ने और अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठने की घोषणा की थी। इस दिन हुए चुनाव में उनके समर्थक राघव रेड्डी को हार का सामना करना पड़ा था।