पश्चिम बंगाल के हिंसाग्रस्त इलाके भाटपारा का दौरा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसदों का तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल वहां पहुंचा था। प्रतिनिधिमंडल के लौटने के बाद यहां फिर से झड़पें हुई हैं। हिंसा में कई लोग घायल हुए हैं। हिंसा को रोकने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। यहां धारा 144 के उल्लंघन के बाद ऐसा हुआ।
इससे पहले यहां पहुंच भाजपा डेलिगेशन का नेतृत्व कर रहे पश्चिम बंगाल से सांसद एसएस अहलूवालिया ने कहा कि वे घटनाओं को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को रिपोर्ट सौंपेंगे। अहलूवालिया के साथ बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह और बीडी राम भी रहे।
अहलूवालिया ने आगे कहा, 'इस तरह की घटनाएं सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही हो रही हैं। हम मामले में संबंधित लोगों से बात करेंगे और अमित शाह को रिपोर्ट सौपेंगे।' बता दें कि दो गुटों के बीच झड़प में दो की मौत के बाद पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के भाटपारा में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। बीजेपी लगातार इस हिंसा में ममता सरकार पर निशाना साध रही है।
शवों के साथ बीजेपी ने रैली निकाली
इससे पहले स्थानीय और बीजेपी नेताओं ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए शुक्रवार को झड़प के दौरान मारे गए लोगों के शवों के साथ रैली निकाली। पुलिस अधिकारी ने बताया कि झड़प के मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बताया, 'हमारे पार्टी नेतृत्व ने बंगाल से हमारे सांसद एसएस अहलूवालिया के नेतृत्व में तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बनाया है। उनके साथ सांसद सत्यपाल सिंह और बी डी राम भी होंगे। राज्य के अन्य नेता साथ में रहेंगे।’
राज्यपाल की अपील
फिलहाल, इलाके में निषेधाज्ञा लागू है और भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी से जुड़े बताए जा रहे दो समूहों के बीच गुरुवार को झड़प में दो लोगों की मौत हो गई और 11 लोग घायल हो गए थे। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने चिंता जताते हुए कहा, 'न केवल भाटपारा बल्कि पूरे राज्य में शांति बनाए रखने की आवश्यकता है।’ भाटपारा और जगद्दल क्षेत्रों में शुक्रवार को दुकानें और बाजार बंद रहे। इंटरनेट सेवाओं पर भी अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है। इलाके के अंदर और उसके आसपास धारा 144 लागू है।
भाजपा सांसदों के दौरे के विरोध में टीएमसी
भाजपा प्रतिनिधिमंडल की उक्त क्षेत्र की निर्धारित दौरे पर तृणमूल कांग्रेस जिला अध्यक्ष और राज्य के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक ने कहा कि इस दौरे का उद्देश्य आग में घी डालने जैसा है। उन्होंने कहा, ‘वे यहां यह सुनिश्चित करने के लिए आ रहे हैं कि क्षेत्र में हिंसा जारी रहे। हालांकि क्षेत्र के लोग इस तरह के किसी भी प्रयास का विरोध करेंगे। हम पुलिस प्रशासन से भी अपील करेंगे कि वे और अधिक सावधान रहें क्योंकि बीजेपी का मुख्य उद्देश्य हिंसा पैदा करना है।’