केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को चुनाव आयोग के खिलाफ राहुल गांधी की टिप्पणी पर हमला करते हुए कहा कि जब भी कांग्रेस नेता विदेश में होते हैं, तो भारत और इसकी लोकतांत्रिक प्रणालियों के बारे में घृणित विचार साझा करने से नहीं चूकते।
अमेरिका की यात्रा पर गए गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन की जीत पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि भारत का चुनाव आयोग "समझौता" कर रहा है। प्रधान ने आरोप लगाया कि गांधी "भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं को वैश्विक स्तर पर मिल रही मान्यता से नफरत करते हैं" और अपनी पार्टी की लगातार हार से निराश हैं।
उन्होंने लिखा, "लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर विदेशी धरती से चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राहुल गांधी जब भी विदेश में होते हैं, तो भारत और भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के प्रति अपने घृणित विचार साझा करने से नहीं चूकते।"
उन्होंने कहा, "दरअसल, दशकों से सत्ता पर काबिज 'शाही' परिवार के 'युवराज' को भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं को वैश्विक स्तर पर मिल रही मान्यता से नफरत है। यही वजह है कि वह देश और उसके नागरिकों का अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ते।" प्रधान ने कहा कि देश ही नहीं बल्कि दुनिया भी भारत के महान लोकतांत्रिक मूल्यों और इसकी विश्वसनीयता पर विश्वास करती है। उन्होंने कहा, "लेकिन लगातार हार की हताशा राहुल गांधी के चेहरे पर साफ दिखाई दे रही है। मैं राहुल गांधी जी से अनुरोध करता हूं कि चुनावी जीत या हार के आधार पर भारत की लोकतांत्रिक गरिमा को ठेस न पहुंचाएं।"