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जब पटेल की प्रतिमा बन सकती है तो राम मंदिर के लिए कानून क्यों नहीं: आरएसएस

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने राम मंदिर निर्माण पर बड़ा...
जब पटेल की प्रतिमा बन सकती है तो राम मंदिर के लिए कानून क्यों नहीं: आरएसएस

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने राम मंदिर निर्माण पर बड़ा बयान दिया है। होसबोले ने तल्ख लहजे में मोदी सरकार से कानून लाने की मांग की है। होसबोले ने राम मंदिर के बहाने सरदार पटेल की मूर्ति स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पर भी निशाना साधा है।

आरएसएस ने केंद्र की मोदी सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि जब गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा बन सकती है तो अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए कानून पारित क्यों नहीं हो सकता।

सुप्रीम कोर्ट ने एक अलग पीठ का गठन किया है

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता दत्तात्रेय होसबाले ने रविवार को मुंबई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने एक अलग पीठ का गठन किया है जो अयोध्या भूमि मालिकाना हक मामले की सुनवाई कर रही है, लेकिन इस लंबित मुद्दे पर अब तक कोई फैसला नहीं किया गया है।

राम मंदिर के निर्माण के लिए कोई कानून पारित क्यों नहीं हो सकता?

संघ के सह सरकार्यवाह होसबाले ने सवाल किया, ‘अगर (गुजरात में) नर्मदा नदी के तट पर सरदार पटेल की प्रतिमा बन सकती है तो भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए कोई कानून पारित क्यों नहीं हो सकता?’

दत्तात्रेय ने विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और कुछ क्षेत्रीय धार्मिक संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एक सभा को यहां संबोधित किया, जिसका आयोजन राम मंदिर के यथाशीघ्र निर्माण के लिए केन्द्र पर दबाव बनाने के उद्देश्य से किया गया था।

मोहन भागवत भी मंदिर के लिए कानून लाने की बात कह चुके हैं

अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में जनवरी पर सुनवाई होनी है लेकिन उससे पहले ही राम मंदिर पर माहौल गर्म है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मंदिर के लिए कानून लाने की बात कह चुके हैं।

 

अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में जनवरी में सुनवाई

 

अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट जनवरी में सुनवाई करने वाला है, लेकिन उससे पहले ही माहौल बेहद गर्म हो गया है। हिंदू संगठन मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मंदिर के लिए कानून लाने की बात कह चुके हैं।

 

राम मंदिर मुद्दे पर मोदी सरकार को 2019 चुनाव से पहले बड़ी चुनौती मिल रही है। हिंदू संगठनों के साथ-साथ भाजपा के सहयोगी राजनैतिक संगठन भी उसका विरोध कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी अयोध्या पहुंचकर विरोध दर्ज कराया था। प्रयागराज (पूर्व में इलाहाबाद) में अखाड़ा परिषद के साधु संतों ने भी अयोध्या कूच करने का ऐलान किया है। मंगलवार और बुधवार को होने वाले इस मार्ट में भारी संख्या में साधु-संत शामिल होंगे।

 

 

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