कांग्रेस पार्टी नेता वीरप्पा मोइली ने सवाल किया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने चुप्पी क्यों साध रखी थी? जब उनको यह जानकारी थी कि निलंबित कांग्रेस पार्टी नेता मणिशंकर अय्यर ने हिंदुस्तान व पाक के बीच शांति सुनिश्चित करने के लिए उन्हें हटाने की सुपारी दी थी।
लोकसभा सदस्य व पूर्व केंद्रीय मंत्री मोइली ने इस बात पर ताज्जुब जताया कि मोदी के पास अय्यर के विरूद्ध कार्रवाई करने के सारे अधिकार होने के बावजूद वह किस बात का इंतजार कर रहे थे। पीटीआई के मुताबिक, मोइली ने संवाददाताओं से कहा, उन्हें हटाने की कोशिश को सार्वजनिक करने में पीएम मोदी ने इतना समय क्यों लगाया? क्या वह जिम्मेदारी के साथ बात कर रहे हैं? यह किसी व्यक्ति को नहीं बल्कि देश के प्रधानमंत्री को हटाने की कोशिश की बात है। उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि उनके दावों को साबित करने के लिए क्या जांच किए गए हैं।
मोइली ने कहा कि गुजरात के लोगों को भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करने और किसी भी तरह विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करने के लिए उन्होंने आधारहीन आरोप लगाए। इसी बीच अगले साल की शुरुआत में होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के संदर्भ में मोइली ने कहा कि पार्टी का चुनावी घोषणापत्र सही समय पर जारी कर दिया गया।
पाकिस्तान ने भी चेताया
चुनाव प्रचार के दौरान मोदी द्वारा लगाए गए आरोपों पर पाकिस्तान ने भी अपनी तीखी टिप्पणी व्यक्त की थी। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ मोहम्मद फैसल ने ट्वीट कर कहा था कि भारत को अपने चुनावी बहस में पाकिस्तान को घसीटना बंद करना चाहिए और अपनी ताकत पर चुनाव जीतना चाहिए. न कि झूठी साजिशों के बूते जो कि पूरी तरह से निराधार और गैर जिम्मेदाराना हैं।