पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकी हमलों के खिलाफ शुक्रवार को यहां विरोध प्रदर्शन किया और केंद्र शासित प्रदेश में शांति बहाली के सरकार के दावों के विपरीत 'चिंताजनक' सुरक्षा स्थिति पर स्पष्टीकरण मांगा।
कठुआ में हुई दो मुठभेड़ में से एक में दो आतंकवादियों को भी मार गिराया गया जबकि अन्य आतंकवादियों को पकड़ने के लिए व्यापक खोज अभियान चलाया जा रहा है। पीडीपी के अतिरिक्त महासचिव राजिंदर मन्हास और प्रवक्ता एस वरिंदर सिंह सोनू की अगुवाई में पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने गांधी नगर स्थित पीडीपी कार्यालय से विरोध मार्च निकाला।
प्रदर्शनकारी पुलिस अवरोधकों को तोड़कर आगे बढ़े और कार्यालय लौटने से पहले जम्मू-हवाई अड्डा मार्ग के निकट कुछ देर के लिए धरना दिया। मन्हास ने संवाददाताओं से कहा, '' हम वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले जम्मू में चिंताजनक सुरक्षा हालात को लेकर चिंतित हैं। ये हमले सुरक्षा विफलता की कहानी बयां करते हैं।''
उन्होंने कहा कि जम्मू क्षेत्र में शांति रही है लेकिन केंद्र सरकार के सामान्य स्थिति बहाल करने के दावों के बावजूद प्रांत में आतंकी हमले आतंकवाद के फिर से पनपने का संकेत देते हैं। मन्हास ने कहा, ''यह किस तरह की सामान्य स्थिति है? जम्मू के लोग आतंकी गतिविधियों में तेजी से डरे हुए हैं। सरकार को गहरी नींद से जागना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि आतंकवाद का सफाया हो।''
पीडीपी प्रवक्ता सोनू ने कहा कि पार्टी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सरकार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, ''सरकार एक तरफ दावा करती है कि (2019 में) अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को हटाने के साथ ही आतंकवाद का सफाया हो गया है लेकिन दूसरी तरफ नये इलाकों में, वह भी जम्मू जैसे शांत क्षेत्र में, आतंकी गतिविधियां बढ़ रही हैं। यह सरकार की विफलता है।''
उन्होंने कहा, ''हम आतंकवाद के खिलाफ हैं, जिसने पिछले 30 वर्षों से जम्मू-कश्मीर को बुरी तरह प्रभावित किया है। आतंकवादी मानवता के दुश्मन हैं।'' उन्होंने सरकार से राजनीति छोड़कर आतंकवाद को खत्म करने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। सोनू ने सरकार पर खोखले दावे करने का आरोप लगाया और पूछा कि ''यह किस तरह का नया जम्मू-कश्मीर है, जहां आतंकवाद अब तक शांत रहे जम्मू क्षेत्र के नये इलाकों में फैल गया है।'' पीडीपी नेताओं ने आगामी वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा के लिए पर्याप्त सुरक्षा की मांग की।