पेट्रोल, डीजल और गैस की कीमतों को लेकर केंद्र सरकार को घेरने की रणनीति बनाने में जुटे झारखण्ड के कांग्रेसी नेता प्रदेश कार्यालय में ही मीडिया के सामने आपस में भिड़ गये। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव के सामने ही, देख लेने, अपशब्द से लेकर कॉलर पकड़ने तक बात आ गई।
मूलत: प्रदेश प्रवक्ता प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे और पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के बीच मामूली सी बात पर झड़प हो गई हो गई। हंगामा बढ़ता देख ग्रामीण विकास मंत्री सह विधायक दल के नेता आलमगीर आलम आहिस्ते से पीछे से सरक लिये। रामेश्वर उरांव सहित कुछ और नेता दोनों पक्षों को शांत कराने की नाकाम कोशिश करते रहे। सूत्रों के अनुसार प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत को लेकर आंदोनल की घोषणा कर रहे थे इसी बीच आलोक दुबे की ओर कुछ टिप्पणी कर दी गई कि चिट्ठी जारी कीजिये, आप लोगों का और काम ही क्या है। बस इस बात का बतंगड़ बनता चला गया। कमलेश पुराने कांग्रेसी नेता है, उनके मान-सम्मान को लेकर राजेश ठाकुर आदि ने हस्तक्षेप किया, आपत्ति की। और मामला तूल पकड़ता गया। राजेश गुप्ता, किशोर शाहदेव, मानस सिन्हा, संजय पासवान भी कूद पड़े और गुत्थम गुत्थ शुरू हो गई। ...आवाज यह भी आई कि शराब पीकर चले आते हैं।
बाद में रामेश्वर उरांव ने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों की बेतहाशा बढ़ती कीमत के विरोध में 27 फरवरी को पूरे प्रदेश में कांग्रेस प्रदर्शन करेगी। उसके 26 फरवरी को मशाल जुलूस निकाला जायेगा और 25 फरवरी को जिलों में इसी मसले पर प्रेस कांफ्रेंस किया जायेगा।