मुख्यमंत्री बनने की अपनी महत्वकांक्षा को उजागर करने वाले प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने मंत्रियों के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की ।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद मई 2023 में मुख्यमंत्री बने सिद्धरमैया का यह दूसरा कार्यकाल है । इससे पहले वह 2013 से 2018 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं ।

प्रदेश के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विधायकों ने सिद्धरमैया को कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता चुना है । उस वक्त हमें किसी ने नहीं कहा था कि सिद्धरमैया ढाई साल के लिये चुने गये हैं और उसके बाद उन्हें बदल दिया जायेगा। हमारे मुताबिक, वह पांच साल के लिये चुने गये हैं और इस पर हमारा विश्वास कायम है।’’

सिद्धरमैया द्वारा कथित तौर पर देवराज उर्स से अधिक समय तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने का रिकार्ड बनाने की इच्छा व्यक्त करने के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में परमेश्वर ने कहा, ‘‘यदि वह (सिद्धरमैया) पांच वर्ष पूरा करते हैं तो यह स्वाभाविक रूप से एक रिकार्ड होगा और मैं चाहता हूं कि ऐसा हो।’’

इस वर्ष के अंत में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कांग्रेस के भीतर अटकलें लगाई जा रही हैं।

मई 2023 में विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धरमैया और शिवकुमार के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा थी और कांग्रेस शिवकुमार को मनाने में कामयाब रही थी और उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया था।

उस समय ऐसी खबरें थीं कि ‘‘रोटेशनल मुख्यमंत्री फॉर्मूले’’ के आधार पर समझौता हुआ है जिसके तहत शिवकुमार ढाई साल बाद मुख्यमंत्री बनेंगे, हालांकि, पार्टी की ओर से आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई थी।

सिद्धरमैया के पांच साल पूरा करने के परमेश्वर के बयान के बारे में पूछे जाने पर शिवकुमार ने कोई उत्तर नहीं दिया ।

उद्योग मंत्री एम बी पाटिल ने भी कहा, ‘‘देवराज उर्स करीब सात साल तक मुख्यमंत्री रहे। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया सात साल पूरा करने वाले हैं। वह वास्तव में दस साल पूरा करेंगे। वह अपना पूरा कार्यकाल पूरा करेंगे।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस में आलाकमान सर्वोच्च हैं और वे जो कहते हैं वही अंतिम होता है। उन्होंने कहा कि, ‘‘आलाकमान ने उन्हें (सिद्धरमैया) मुख्यमंत्री बनाया है और यह पद खाली नहीं है।’’

पाटिल ने कहा कि मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा करेंगे और अगला चुनाव उनके नेतृत्व में होगा और एक बार फिर कांग्रेस सत्ता में आएगी।

समाज कल्याण मंत्री एच सी महादेवप्पा ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘...वह (सिद्धरमैया) सार्वजनिक जीवन में बने रहना चाहते हैं। वह इसमें बने रहेंगे....वह बहुत स्पष्ट हैं कि सार्वजनिक जीवन का उद्देश्य और इरादा राज्य और लोगों की सेवा करना है। जब ऐसा तथ्य है, तो किसी भी संदेह का कोई सवाल ही नहीं है।’’

पीडब्ल्यूडी मंत्री सतीश जरकीहोली ने कहा कि कई लोगों ने कहा है कि मुख्यमंत्री (सिद्धरमैया) पद पर बने रहेंगे। पूर्व सांसद डी के सुरेश (शिवकुमार के भाई) ने भी यही कहा है। मेरी भी यही राय है, चलिए इंतजार करते हैं और देखते हैं...।’’