प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में सोमवार को फिर छापे मारे। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
ईडी ने इसी मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
सूत्रों ने बताया कि बेंगलुरू और मैसुरु में लगभग सात-आठ परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं।
संघीय एजेंसी ने 18 अक्टूबर को भी मैसूरु स्थित एमयूडीए कार्यालय तथा बेंगलुरु में कुछ अन्य स्थानों पर छापेमारी की थी। उसने पिछले सप्ताह बेंगलुरु क्षेत्रीय कार्यालय में एमयूडीए के निचले स्तर के कुछ अधिकारियों से भी पूछताछ की थी।
संघीय एजेंसी ने लोकायुक्त द्वारा हाल में दर्ज प्राथमिकी का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए 30 सितंबर को प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दाखिल की थी।
मुख्यमंत्री एमयूडीए द्वारा उनकी पत्नी को 14 भूखंडों का आवंटन किए जाने में अनियमितता के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
सिद्धरमैया, उनकी पत्नी बी. एम. पार्वती, उनके साले मल्लिकार्जुन स्वामी और देवराजू (जिनसे स्वामी ने जमीन खरीदकर पार्वती को उपहार में दी थी) तथा अन्य के नाम मैसूर स्थित लोकायुक्त पुलिस द्वारा 27 सितंबर को दर्ज प्राथमिकी में शामिल हैं।
लोकायुक्त ने हाल ही में पार्वती से पूछताछ की थी।