राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा पर पलटवार किया और कहा कि विपक्षी दलों को प्रशिक्षण की नसीहत देने वाले नेता सदन को ही इसकी जरूरत है क्योंकि उनके ही सदस्य और मंत्री ही समय पर सदन में नहीं आते हैं।
विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि मंत्री की अनुपस्थिति ‘शर्म की बात’ है। खरगे ने कहा कि नेता सदन जे पी नड्डा ने सोमवार को नसीहत दी थी कि नेता प्रतिपक्ष और विपक्ष के सदस्यों को सदन के नियमों का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूछता हूं आपको। आप क्यों ट्रेनिंग (प्रशिक्षण) नहीं लेते? आपके लोग समय पर नहीं आते... मंत्री गण भी नहीं आते... ये शर्म की बात है।’’ उल्लेखनीय है कि विपक्ष दलों ने मतदाता सूची में कथित हेराफेरी और लोकसभा सीटों के परिसीमन के मुद्दे पर सोमवार को राज्यसभा में हंगामा किया था और आसन की ओर से इन मुद्दों पर कार्यस्थगन नियम के तहत चर्चा कराए जाने की मांग खारिज किए जाने के बाद उच्च सदन से बहिर्गमन किया था।
नड्डा ने विपक्षी सदस्यों के इस व्यवहार की निंदा की थी और आसन से आग्रह किया कि वह नेता प्रतिपक्ष सहित सभी सदस्यों को ‘रिफ्रेशर’ कोर्स करवाएं। उन्होंने कहा था, ‘‘हम चर्चा के लिए तैयार हैं। इसमें अल्पकालिक चर्चाओं का प्रावधान है और दीर्घावधिक चर्चाओं का भी प्रावधान है। वे (विपक्ष) नियमों को नहीं पढ़ते हैं।’’
उन्होंने विपक्षी सांसदों से कहा कि वे पहले नियमों को पढ़ें और बहस करना सीखें।
उन्होंने कहा, ‘‘यह विपक्ष का गैर जिम्मेदाराना व्यवहार है... एक तरह से यह संसद और लोकतंत्र को बदनाम करने का प्रयास है।’’
नेता सदन ने कहा, ‘‘उन्हें (विपक्षी सांसदों) रिफ्रेशर कोर्स करना चाहिए। उन्हें (सदन के) नियम-कायदों को समझना चाहिए। सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।’’