उन्होंने कहा कि इन किताबों को पढ़ने से भाजपा नेताओं को पता चलेगा कि राष्ट्रवाद क्या है। कितने शहीदों के घर वे गए हैं? ऐसे कितने परिवारों को भाजपा की ओर से मदद मिली है। वे केवल वोटों की परवाह करते हैं। ये राष्ट्रवाद के नाम पर झांसा देने वाले लोग हैं। समाजवादी पार्टी-कांग्रेस पर भाजपा के आरोपों को दरकिनार करते हुए अखिलेश ने कहा कि यह दिल्ली और लखनऊ के बीच गठजोड़ नहीं है। यह दो युवा नेताओं का गठबंधन है जो उत्तर प्रदेश को लाभ पहुंचाएगा।
समाजवादी पार्टी को नजदीकी टक्कर कौन सी पार्टी दे रही है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी सबसे आगे है। इसलिए हमें परवाह नहीं कि हमारे पीछे कौन है। मैंने सरकार की उपलब्धियों को सामने रखने की कोशिश की है और हमेशा विकास और सरकार के कामों पर बात की है। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि समाजवादी पार्टी एक बार फिर विजेता के रूप में उभरेगी और 11 मार्च को सरकार बनाएगी। अखिलेश ने कहा कि लोगों ने हमेशा चाहा है कि उत्तर प्रदेश विकास करे और तेजी से आगे बढ़े। लोगों में विश्वास है कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने उत्तर प्रदेश के लिए काम किया है। लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिला है। हमने एंबुलेंस दिए,बेहतर सड़कें बनाईं, बिजली दी। लोग चाहते हैं कि हम आगे भी काम करें और आप देखेंगे कि 11 मार्च को एसपी-कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनेगी।