नामांकन दस्तवेजों के चार सेट 40 विधायकों द्वारा दाखिल किए गए, जिनमें मुख्यमंत्री, उनके कैबिनेट सहयोगी, मुख्य संसदीय सचिव, पार्टी विधायक और चार निर्दलीय शामिल हैं। शर्मा का हिमाचल प्रदेश से तीसरी दफा राज्यसभा पहुंचना तय माना जा रहा है, क्योंकि विपक्षी भाजपा के 68 सदस्यीय विधानसभा में 27 विधायक हैं और उम्मीद नहीं है कि वह अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी।
इससे पहले, शर्मा 2014 में राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। हिमाचल प्रदेश से चुनाव लड़ने के लिए उन्हें कांग्रेस आलाकमान द्वारा नामित किया गया है। शर्मा मनमोहन सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री थे और 2014 में संप्रग के सत्ता से बाहर होने के बाद वह राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता बने। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 11 मार्च है। दस्तवेजों की जांच 12 मार्च को होगी और अगर जरूरत पड़ी तो 21 मार्च को मतदान किया जाएगा और नतीजे का भी उसी दिन ऐलान कर दिया जाएगा।