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विधानसभा चुनाव: मणिपुर में आखिरी चरण का मतदान जारी, दोपहर 1 बजे तक 47.16% मतदान

मणिपुर में विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के मतदान में आज छह जिलों की 22 विधानसभा सीटों पर वोट डाले...
विधानसभा चुनाव: मणिपुर में आखिरी चरण का मतदान जारी, दोपहर 1 बजे तक 47.16% मतदान

मणिपुर में विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के मतदान में आज छह जिलों की 22 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। इस दौरान मतदाता 92 उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे। अंतिम चरण के चुनाव में मणिपुर विधानसभा के लिए 2 महिलाओं सहित कुल 92 उम्मीदवार मैदान में हैं। महिला उम्मीदवारों में काकचिंग विधानसभा सीट से सीपीआई की वाई रोमिता और चंदेल से भारतीय जनता पार्टी की एसएस ओलीश शामिल हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजेश अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 के सुरक्षा प्रोटोकॉलों का पालन करते हुए 1247 मतदान केंद्रों पर मतदान के लिए सभी बंदोबस्त कर लिए गए हैं।

आज का मतदान कांग्रेस के तीन बार (2002-2017) मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह के साथ-साथ बीजेपी के कई मंत्रियों और मौजूदा विधायकों के चुनावी भाग्य को तय करेगा. 74 वर्षीय वयोवृद्ध नेता सिंह थौबल जिले की थौबल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और बीजेपी के लीतानथेम बसंता सिंह, जनता दल-युनाइटेड के इरोम चाओबा सिंह और शिवसेना के कोन्सम माइकल सिंह के खिलाफ चौतरफा मुकाबले में हैं।

बता दें कि इससे पहले 28 फरवरी को इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, कांगपोकपी और चुराचंदपुर के पांच चुनावी जिलों में 38 सीटों के लिए मणिपुर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान हुआ था। पहले चरण में 78.09 प्रतिशत मतदान हुआ था।

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मणिपुर प्रदेश ने मणिपुर के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) को लिखे पत्र में पहले चरण के विधानसभा चुनाव के दौरान बूथ कैप्चरिंग, फर्जी मतदान और हिंसा के आरोपों को लेकर 23 मतदान केंद्रों पर फिर से मतदान की मांग की थी।

बता दें कि 28 फरवरी को, इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, कांगपोकपी और चुराचंदपुर के पांच चुनावी जिलों में 38 सीटों के लिए मणिपुर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान हुआ था। जब 12,09,439 मतदाताओं में से 88.63 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था। वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी।

भाजपा ने सीईओ को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि 12वीं मणिपुर विधानसभा के पहले चरण के लिए 28 फरवरी को मतदान हुआ था।सैकुल और सैतु के निर्वाचन क्षेत्र के कुछ मतदान केंद्रों पर बूथ कैप्चरिंग, ईवीएम को नष्ट करने, फर्जी मतदान और हिंसा के मुद्दे सामने आए हैं। सीईओ को पुनर्मतदान के लिए कुल 23 मतदान केंद्रों के नाम सौंपे गए।

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