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बिहार विधानसभा चुनाव: सारण में बागी बना रहे मुकाबले को त्रिकोणीय

बिहार में दूसरे चरण में तीन नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में सारण जिले की सभी दस सीटों पर बागी...
बिहार विधानसभा चुनाव: सारण में बागी बना रहे मुकाबले को त्रिकोणीय

बिहार में दूसरे चरण में तीन नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में सारण जिले की सभी दस सीटों पर बागी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में लगे हैं।

एकमा विधानसभा सीट से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने निवर्तमान बाहुबली विधायक मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह की जगह उनकी पत्नी सीता देवी को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है, जिनकी टक्कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से पहली बार चुनाव लड़ रहे श्रीकांत यादव से है। लेकिन, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से बागी कामेश्वर कुमार सिंह के लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट से मैदान में उतर जाने से यहां मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार हैं। वहीं, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) से कुशवाहा राजबल सिंह उम्मीदवार हैं। श्रीकांत यादव पिछले 15 वर्ष में एकमा का विकास नहीं होने का आरोप लगा रहे हैं वहीं कामेश्वर कुमार सिंह राजद और जदयू के 15-15 वर्ष के शासनकाल में इस क्षेत्र का विकास नहीं होने का आरोप लगाकर बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट के नारे पर बिहार के नवनिर्माण का दावा करते हुए मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं। वर्ष 2015 में जदयू के मनोरंजन सिंह ने भाजपा के कामेश्वर कुमार सिंह को 8126 मतों के अंतर से हराया था। इस सीट पर 10 पुरुष और एक महिला समेत 11 प्रत्याशी चुनावी अखाड़े में डटे हैं।

बनियापुर विधानसभा क्षेत्र राजद ने निवर्तमान विधायक और पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के छोटे भाई केदार नाथ सिंह पर फिर से दाव लगाया है। वहीं, जदयू के वीरेंद्र कुमार ओझा विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) से और भाजपा से बगावत कर तारकेश्वर सिंह लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। तारकेश्वर सिंह और केदारनाथ सिंह के बीच पुरानी व्यक्तिगत दुश्मनी भी है। वर्ष 1995 में तारकेश्वर सिंह के भाई एवं मसरख के तत्कालीन विधायक अशोक सिंह की हत्या के मामले में पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह और उनके भाई दीनानाथ सिंह उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। इस सीट से 13 प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे हैं, जिनमें 11 पुरुष और दो महिला शामिल है। पिछले चुनाव में राजद के केदार नाथ सिंह ने भाजपा के तारकेश्वर सिंह को 15951 मतों के अंतर से परास्त किया था।

माझी विधानसभा क्षेत्र से जदयू ने महिला जिला अध्यक्ष माधवी कुमारी पर भरोसा जताया है वहीं महागठबंधन में सीटों के तालमेल के तहत कांग्रेस के निवर्तमान विधायक विजय शंकर दुबे के बदले मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (माकपा) के टिकट पर डाॅ. सत्येन्द्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं। रालोसपा से ओम प्रकाश प्रसाद, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से कमल नयन पाठक, लोजपा से सौरभ कुमार पाण्डेय भी चुनावी दौड़ में हैं। जदयू से बागी राणा प्रताप सिंह तथा भाजपा से बागी विजय प्रताप के निर्दलीय मैदान में उतरने से भीतरघात की आशंका जताई जा रही है। यहां से 16 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 15 पुरुष और एक महिला शामिल है। वर्ष 2015 में कांग्रेस के श्री दुबे ने लोजपा के केशव सिंह को 8866 मतों के अंतर से शिकस्त दी थी।



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