गुजरात में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने में नाकामयाब रही कांग्रेस ने अपने प्रदर्शन से विपक्षी दलों में नई उम्मीदें जगा दी है। विपक्षी दलों ने कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा है कि गुजरात में भाजपा भले ही सरकार बनाने में सफल रही हो पर इन नतीजों में उसके लिए जश्न मनाने जैसा कुछ नहीं है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने कहा है कि गुजरात में भाजपा की नैतिक हार हुई है। राज्य के लोगों ने ‘2019 के लिए बिल्ली के गले में घंटी बांध दी है।’ गुजरात के लोगों को ‘इस घड़ी में बहुत ही संतुलित फैसला’ देने के लिए बधाई देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि ये सत्तारुढ़ दल के लिए अपनी इज्जत बचाने वाली जीत है।
उन्होंने ट्वीट किया,‘यह भाजपा के लिए अस्थायी और अपनी इज्जत बचाने वाली जीत है। ये उसकी नैतिक हार को दर्शाती है। गुजरात ने आम लोगों पर किए गए अत्याचार, बेचैनी और उनके साथ की गई नाइंसाफी के खिलाफ मतदान किया।’
जदयू के बागी पूर्व सांसद शरद यादव ने चुनाव परिणाम को कांग्रेस के लिये बड़ी सफलता बताते हुए राहुल गांधी को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि गुजरात में कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन कर अपनी सीटों में इजाफा किया है। भाजपा किसी तरह अपनी सत्ता बचाने में कामयाब रही। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही गुजरात के लोगों का भाजपा से मोहभंग हो जाएगा।
सीपीआई(एम) ने कहा है कि गुजरात के नतीजों में भाजपा के लिए जश्न मनाने जैसा कुछ नहीं है। बीते दो दशक में उसने सबसे कम सीट इस बार हासिल की है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का मिशन 150 बुरी तरह नाकाम रहा है। वहीं, सपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस से विपक्षी दलों को लामबंद करने की अपील की है।