राज्यपाल ने भाजपा विधायक दल के नेता बीरेन सिंह को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। बीरेन सिंह को कल सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था। सिंह को सरकार बनाने का निमंत्राण ऐसे दिन दिया गया है जब राजग में शामिल नगा पीपुल्स फ्रंट के चार सदस्यों ने राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार गठन के लिए भाजपा को अपना समर्थन देने की घोषणा की।
राजभवन सूत्रों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह कल दोपहर एक बजे होगा। यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री के साथ कितने मंत्री शपथ लेंगे, भाजपा सूत्रां ने कहा कि इसे अभी अंतिम रूप दिया जाना है। सूत्रों ने हालांकि कहा कि यह छोटा मंत्रिमंडल होगा और इसमें अन्य सहयोगियों का प्रतिनिधित्व होगा।
राजभवन सूत्रों ने कहा कि नगा पीपुल्स फ्रंट के चार विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार गठन के लिए भाजपा को अपना समर्थन देने की घोषणा की। भाजपा ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है। गोवा के बाद मणिपुर दूसरा ऐसा राज्य होगा जहां हालिया संपन्न विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में नहीं उभरने के बाद भी भाजपा की गठबंधन सरकार होगी।
इस बीच राज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए भाजपा को आमंत्रित किए जाने के अपने फैसले को उचित ठहराया और कहा कि पार्टी के पास पर्याप्त संख्या है। कांग्रेस ने कहा है कि सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बाद सबसे पहले उसे सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए था। कांग्रेस की इस दलील पर नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि वे क्या आरोप लगा रहे हैं। मैं काफी स्पष्टवादी हूं। मैं नियमों का पालन करती हूं। मुझे नियम-कानून की जानकारी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास पर्याप्त संख्या है। उनके पास 30 से ज्यादा संख्या है। यह मणिपुर के लिए मददगार रहेगा। इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए राज्यपाल ने कहा कि संसद में मेरे 37 साल और आसन में 17 साल (राज्यसभा की उपसभापति) जब मैं कांग्रेस की सदस्य थी, मैंने जनता सरकार, भाजपा और कई अन्य सरकारों सहित गैर..कांग्रेसी सरकारों के साथ काम किया। मैंने कम से कम पांच विभिन्न प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया और अबतक किसी ने यह आरोप नहीं लगाया कि मैंने कुछ गलत किया। (एजेंसी)