रविवार को दिल्ली चुनाव के लिए एनडीए के नेताओं ने जमकर प्रचार में हिस्सा लिया। संगम विहार में भाजपा-जद(यू.) गठबंधन प्रत्याशी डॉ शिव चरण लाल गुप्ता के समर्थन में भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, बिहार सीएम नीतीश कुमार, लोक जनशक्ति पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान ने रैली को संबोधित किया।
इसके बाद नीतीश कुमार ने गृहमंत्री अमित शाह के साथ बुराड़ी की सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारे बिहार के बहुत लोग यहां हैं हमने बस की सेवा शुरू की। हमने यहां की सरकार से अनुमति मांगी। अनुमति नहीं मिली। पटना से जो बस चलती है वो गाजियाबाद तक आती है, वहां से अन्य प्रकार से यहां तक आना पड़ता है।
योगी की हो चुकी एंट्री
योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली चुनाव में पहली सभा करावलनगर में शनिवार को रैली को संबोधित किया। योगी ने कहा कि सिर्फ भाजपा आतंकवाद और नक्सलवाद से सख्ती से निपटकर देश के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम है। यह काम कांग्रेस और आप नहीं कर सकती है। सीएए विरोधी आंदोलनों के कड़े आलोचक योगी ने कहा कि प्रदर्शनकारी सीएए का विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि वे भारत के दुनिया में बढ़ते कद का विरोध कर रहे हैं।
योगी की शाहीन बाग में रैली
सीएम योगी रविवार को और अगले दिनों में जिन जगहों पर चुनाव प्रचार करेंगे उनमें शाहीन बाग से लेकर तुगलकाबाद और चांद बाग, मुस्तफाबाद और श्रीराम कॉलोनी समेत मौलवी नगर के इलाके शामिल हैं। इन जगहों पर बीते कुछ दिनों से सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है।
भाजपा की रणनीति
भाजपा सूत्रों के अनुसार जिन जगहों पर सीएए और एनआरसी को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं, उसके आसपास सीएम योगी की रैली का आयोजन किया गया है। दरअसल भाजपा भी योगी आदित्यनाथ के ब्रांड हिंदुत्व की पहचान को पूरी तरह भुनाने की कोशिश में है। योगी चार फरवरी तक दिल्ली में चुनाव प्रचार करेंगे। इस दौरान उनकी एक दर्जन से ज्यादा जनसभाएं अलग-अलग इलाकों में होंगी। बताया जा रहा है कि दिल्ली के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबसे ज्यादा मांग हो रही है।
बिहार की सियासत के लिए अहम है रैली
इधर बिहार के मुख्यमंत्री और भाजपा के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड के प्रमुख नीतीश कुमार भी दिल्ली के चुनावी माहौल में दस्तक दे चुुके हैं। दिल्ली के बुराड़ी इलाके में हुई रैली बिहार की सियासत के लिए भी काफी मायने रखती है। बिहार में भी आने वाले समय में विधानसभा चुनाव होने वाला है, ऐसे में भाजपा और जदयू की जोड़ी बिहार के लिए अहम है।